भोपाल: एग्जिट पोल के नतीजे के बाद एक बार फिर प्रदेश की सियासत में हलचल तेज गई है। काउंटिग तीन तारीख को होना है। लेकिन उसके पहले एग्जिट पोल को लेकर प्रदेश के दोनों ही प्रमुख सियासी दल बीजेपी और कांग्रेस ने तैयारी करना शुरु कर दी है । हालाकी अलग अलग सर्वे एंजेसियों के सर्वे में किसी में बीजेपी को बहुमत तो किसी में कांग्रेस को बहुमत या फिर कांटे की टक्कर होने की संभावना जताई गई है। लेकिन टक्कर अगर 2018 विधानसभा चुनाव जैसी ही रही तो, फिर दोनों ही पार्टियों को अपने - अपने बाड़े या किले की किलेबंदी करनी होगी। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी इसको लेकर खास रणनीति तैयार की है। खुद पूर्व सीएम कमलनाथ कांग्रेस दफ्तर से मतगणना की मानिटिरिंग करेंगे तो उनका प्लेन भी भोपाल में ही तैनात रहेगा। माना जा रहा है कि अगर मुकाबला बराबरी का रहा था । तो कांग्रेस इस बार कोई गलती नहीं करना चाहती , यही कारण है कि कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों को जीत के बाद भोपाल तलब किया है। खबर ये भी है कि विधायकों को जीत के बाद कर्नाटक या फिर छत्तीसगढ़ शिफ्ट किया जाएगा। हालाकी इसको लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव सिंह ने कहा कि ऐसे जरुरत ही नहीं पडेगी । हम पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे। जीत के बाद सभी विधायकों को भोपाल बुलाया गया है ।
वही सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार अगर मुकाबला 50-50 का रहा तो दिल्ली में बीजेपी के नेताओं ने भी इसके लिए प्लानिंग करना शुरु कर दिया है । क्योकिं स्थिति 2018 जैसी रही तो अपने खेमे को बचाने के साथ निर्दलीय और अन्य दलों का सहारा भी लेना पड़ सकता है। हालाकी बीजेपी एग्जिट पोल को लेकर उत्साहित है। बीजेपी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में पांचवी बार बीजेपी सरकार बनने जा रही है। हमें जनता का पूर्ण समर्थन और बहुमत मिलेगा । हालाकी कांग्रेस की तैयारी पर जरुर उन्होंने कटाक्ष किया।
ऐसे में देखना ये बेहद दिलचस्प होने वाला है कि साईलेंट जनता का मन बीजेपी या कांग्रेस ने कितना जीता है। क्योकि जब एग्जेक्ट नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। उससे स्थित साफ होगी, लेकिन मुकाबला जादुई आकड़े 116 सीटों के आसपास का रहा था। तो फिर अपने बाड़े और किले को बचाने की ये तैयारी ही दोनों ही राजनैतिक दलों के काम आने वाली है। तो फिर क्या रिजॉर्ट और क्या प्लेन, सत्ता के सिंहासन पर बैठने के लिए दोनों ही दल सेंधमारी की कोशिश करेंगे । ऐसे में देखना होगा कि 23 की तिकड़म में कमल का जादू चलता है या फिर कमलनाथ पंच के सहारे कांग्रेस सत्ता के सिंहासन पर विराजती है ।