'माधुरी' पत्रिका के पूर्व संपादक अरविंद कुमार का निधन, कोरोना ने ली जान

By अरविंद कुमार | Updated: April 27, 2021 17:44 IST2021-04-27T17:16:40+5:302021-04-27T17:44:39+5:30

17 जनवरी 1930 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में जन्मे अरविंद कुमार की स्कूली शिक्षा मेरठ में हुई। 1943 में उनका परिवार दिल्ली आ गया था।

'Madhuri' magazine's former editor Arvind Kumar dies 92 years Coronavirus covid  | 'माधुरी' पत्रिका के पूर्व संपादक अरविंद कुमार का निधन, कोरोना ने ली जान

शेक्सपियर के जुलियस सीजर नाटक का काव्यानुवाद भी किया था। (file photo)

Highlightsअपना करियर दिल्ली प्रेस से शुरू किया था।1963 में फिल्मों की चर्चित पत्रिका माधुरी के संपादक बने थे।1978 तक उसके संपादक रहे।

नई दिल्लीः माधुरी पत्रिका के पूर्व संपादक और हिंदी को प्रख्यात कोशकार अरविंद कुमार का कोरोना के कारण सोमवार रात निधन हो गया।

वह 92 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक पुत्र और पुत्री है। कुमार कुछ दिन पहले अमरीका से आए थे और अपनी बेटी के पास रह रहे थे। उनका पुत्र अमरीका में रहता है। कुमार इन दिनों अपनी आत्मकथा लिख रहे थे और एक शब्द कोश पर काम कर रहे थे। हिंदी का पहला थिसारस समांतर कोश तैयार का श्रेय उन्हें जाता है, जो 1996 में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने छपा था।

उन्होंने अपनी पत्नी कुसुम कुमार के साथ मिलकर यह कोश बनाया था। 17 जनवरी 1930 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में जन्मे अरविंद कुमार की स्कूली शिक्षा मेरठ में हुई। 1943 में उनका परिवार दिल्ली आ गया और यहीं एमए अंग्रेजी से किया।

उन्होंने अपना करियर दिल्ली प्रेस से शुरू किया था और 1963 में वे फिल्मों की चर्चित पत्रिका माधुरी के संपादक बने थे। वह 1978 तक उसके संपादक रहे। फिर इस्तीफा देकर दिल्ली आ गए और सर्वोत्तम डाइजेस्ट के संपादक बन गए। उन्होंने शेक्सपियर के जुलियस सीजर नाटक का काव्यानुवाद भी किया था, जिसका मंचन अब्राहम अलका जी ने किया था। वे केंद्रीय हिंदी संस्थान की शब्द कोश योजना पर काम कर रहे थे।

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