यूपी: लखनऊ स्थित हज हाउस की बाहरी दीवारें हुईं केसरिया
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: January 5, 2018 16:38 IST2018-01-05T13:59:35+5:302018-01-05T16:38:48+5:30
ये पता नहीं चला है कि हज हाउस की दीवारें किसके आदेश पर केसरिया रंग में रंगी गयी हैं।

यूपी: लखनऊ स्थित हज हाउस की बाहरी दीवारें हुईं केसरिया
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित राज्य हज समिति के कार्यालय की बाहरी दीवारों को केसरिया रंग में रंग दिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने शुक्रवार (पाँच जनवरी) को ये खबर दी। उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने हज हाउस की दीवारों को केसरिया किए जाने पर समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "ऐसी चीजों पर विवाद नहीं होना चाहिए। केसरिया एक ऊर्जा प्रदान करने वाला चटक रंग है, इमारत ख़ूबसूरत लग रही है। विपक्ष के पास हमारे ख़िलाफ़ कोई बड़ा मुद्दा नहीं है तो वो ऐसी गैर-जरूरी बातों को हवा दे रहा है।"
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने राजधानी स्थित सचिवालय समेत कई प्रमुख इमारतों को केसरिया रंग में रंगवाया है। हालांकि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रजा ने ये साफ नहीं किया कि हज हाउस के बाहरी दीवारों के केसरिया रंगे जाने में राज्य सरकार की किसी तरह की भूमिका है या नहीं।
बुधवार (तीन जनवरी) को मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने यूपी मदरसा बोर्ड से जुड़े 16461 मदरसों को विभिन्न हिन्दू त्योहारों पर बंद करने का आदेश दिया है। मदरसों को महानवमी, दशहरा, दिवाली, रक्षा बंधन, बुद्ध पूर्णिमा और महावीर जंयती पर अवकाश करने का आदेश दिया गया है। मदरसों को रमजान समेत मुस्लिम त्योहारों पर दिए जाने वाले अवकाश की संख्या कम करने के लिये कहा गया है। राज्य सरकार ने प्रदेश में अवकाशों की संख्या 92 से घटाकर 86 कर दी है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के सभी मदरसों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाने को लेकर विवादों से घिर गयी थी। मदरसों ने पीएम मोदी की तस्वीर लगाने से इनकार कर दिया है। इस मसले पर राज्य सरकार के अधिकारियों ने मीडिया को दी सफायी में कहा कि ये आदेश सभी शिक्षण संस्थाओं को दिया गया है और किसी भी संस्थान को उसकी धार्मिक मान्यता के खिलाफ कुछ करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।