ससुर को टिकट दिए जाने से नाराज हैं तेजप्रताप, चुनावी मैदान में तेजस्वी और तेज में हो सकती है तकरार
By पल्लवी कुमारी | Published: March 29, 2019 07:17 PM2019-03-29T19:17:00+5:302019-03-29T20:16:06+5:30
बिहार की सारण लोकसभा सीट से आरजेडी ने तेजप्रताप के ससुर चंद्रिका राय का टिकट दिया है। गौरतलब है कि तेजप्रताप ने पत्नी ऐश्वर्या से तलाक के लिए कोर्ट में याचिका डाली हुई है।
लोकसभा चुनाव 2019 के सियासी मोर्चे पर संकट झेल रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार में भी दो गुट देखने को मिल रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि इस बार के चुनाव में बिहार में कहीं तेजप्रताप यादव बनाम तेजस्वी यादव तकरार न हो जाए। लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने धमाका करते हुए परिवार की टेंशन बढ़ा दी है। खासकर तेजस्वी यादव की टेंशन बढ़ा दी है। उन्होंने अचानक ऐलान कर छात्र राजद के संरक्षक पद से इस्तीफा दे दिया था।
अपने ही ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं तेजप्रताप
बिहार की सारण लोकसभा सीट से आरजेडी ने तेजप्रताप के ससुर चंद्रिका राय को टिकट दिया है। गौरतलब है कि तेजप्रताप ने पत्नी ऐश्वर्या से तलाक के लिए कोर्ट में याचिका डाली हुई है। तेज प्रताप ने पत्नी ऐश्वर्या पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। तेजप्रताप ने यह भी खुलासा किया था कि ऐश्वर्या उन पर पिता चंद्रिका राय को टिकट देने का भी दवाब लगातार बना रही थीं।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, ये सब होने के बाद भी आरजेडी की ओर से चंद्रिका राय को टिकट दिया जाना तेजप्रताप को रास नहीं आया है। आरजेडी की ओर से चंद्रिका राय को टिकट देने की घोषणा 29 मार्च को गई।
इससे ठीक एक दिन पहले तेजप्रताप ने ट्वीट कर छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। शायद उनको चंद्रिका राय को टिकट मिलने की भनक लग गई होगी। खबर है कि तेज प्रताप यादव अपने ससुर के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं।
तेजस्वी ने तेजप्रताप के ट्वीट वाले सवाल को किया नजरअंदाज
सीटों का ऐलान करते वक्त जब तेज प्रताप के ट्वीट के बारे में पूछा गया तो तेजस्वी ने पहले तो उसे नजर अंदाज किया। पत्रकारों पर फिर से उल्टा सवाल करते हुए तेजस्वी ने बोला- 'क्या आपने उनका वह बयान नहीं देखा जिसमें उन्होंने कहा है कि वह मेरे कृष्ण हैं, और मैं उनका अर्जुन' ?
इस बात से परेशान हैं तेजप्रताप
आरजेडी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक तेजप्रताप इस बात से खफा हैं कि जिस सीट से उनके पिता चार बार चुनाव जीत चुके हैं, उस पर उनके ससुर को टिकट दिया गया है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक आरजेडी के नेता ने बताया कि तेज प्रताप पार्टी के इस कदम से काफी 'आहत और बेइज्जत' महसूस कर रहे हैं और अब वह चंद्रिका राय के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
तेजप्रताप ने क्या किया था ट्वीट
तेजप्रताप ने ट्वीट कर कहा, ''छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफा दे रहा हूँ। नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं। कौन कितना पानी में है सबकी है खबर मुझे।''
दोनों भाईयों के बीच अनबन
इन दोनों भाइयों के बीच दूरी तब भी दिखी जब बीती 26 जनवरी को तेजप्रताप राजद कार्यालय जा रहे थे तो मेन गेट में ताला जड़ दिया गया था। हालांकि, तेजप्रताप ने इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन सियासी गलियारों में यही चर्चा थी कि ऐसा तेजस्वी यादव के कहने पर ही किया गया था। यह बात और इसलिए पुख्ता होती लगती है क्योंकि इसके बाद अमूमन राजद दफ्तर में लगने वाला तेजप्रताप का जनता दरबार कार्यक्रम भी रद्द कर दिया गया।
बिहार में महागठबंधन का समीकरण
बिहार में आरजेडी कांग्रेस, रालोसपा, हम, वीआईपी के साथ गंठबधन कर मैदान में उतर रही है। पिछले ही हफ्ते बिहार में महागठबंधन ने अपने सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया था। इसके तहत आरजेडी को 20 सीट, कांग्रेस को 9 सीट, रालोसपा-5 सीट और जीतन राम मांझी की हम पार्टी तीन सीट पर चुनाव लड़ेगी। मुकेश साहनी की पार्टी वीआईपी को भी 3 सीटें दी गई हैं।