Lokmat Parliamentary Awards 2023: सांसद कुंवर दानिश अली को मिला 'नवोदित सांसद' का पुरस्कार, जानिए उनका सियासी सफर
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 6, 2024 05:06 PM2024-02-06T17:06:29+5:302024-02-06T17:36:33+5:30
लोकमत पार्लियामेंट्री अवार्ड हर साल लोकसभा और राज्यसभा के विभिन्न सांसदों के उनकी विशिष्ठता के लिए दिया जाता है। इस बार लोकमत पार्लियामेंट्री अवार्ड में लोकसभा के सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार दानिश अली को मिला है।
नई दिल्ली:लोकमत पार्लियामेंट्री अवार्ड 2023 का आयोजन मंगलवार को देश की राजधानी दिल्ली में किया गया। लोकमत समूह द्वारा दिये जाने वाला यह विशिष्ठ पुरस्कार हर साल लोकसभा और राज्यसभा के विभिन्न सांसदों के उनके द्वारा किये गये लोक कल्याणकारी कार्यों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। इस बार लोकमत पार्लियामेंट्री अवार्ड में लोकसभा सांसद कुंवर दानिश अली को 'नवागंतुक सांसद' का पुरस्कार मिला है।
जी हां, कुंवर दानिश अली महज 48 साल की उम्र में सियासत के गौहर हो गये हैं। कुंवर दानिश अली की पैदाईश 10 अप्रैल 1975 को हापुड़ जिले में हुई थी। पिता कुंवर जफर अली और मां नफीस जफर की पांच बेटों में सबसे छोटे दानिश अली को सियासत का इल्म परिवार से मिला। इनके दादा कुंवर महमूद अली 1957 में डासना विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गये थे और साल 1977 में वह हापुड़ लोकसभा सीट से जनता दल के टिकट पर सांसद भी चुने गए थे।
जामिया मिलिया इस्लामिया से ग्रेजुएट कुंवर दानिश अली की असल सियासी तालिम पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की देखरेख में हुई। अली देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल (सेक्यूलर) में संस्थापक महासचिव रहे। इसके अलावा ये युवा जनता दल और छात्र जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे।
कुंवर दानिश अली ने दादा कुंवर महमूद अली के सियासी विरासत को आगे बढ़ाया। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में ये भाजपा की पुरजोर आंधी में उत्तर प्रदेश के अमरोहा से सांसद बने। बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गये दानिश अली को 6 लाख से अधिक वोट मिले और इन्होंने अपने करीबी भाजपा कैंडिडेट कुंवर सिंह तंवर को 63 हजार से अधीक वोटों से शिकस्त दिया था। बसपा के टिकट पर संसद में दाखिल होने और साल 2023 में पार्टी द्वारा निष्कासित होने से पहले दानिश अली लोकसभा में बसपा की रहनुमाई किया करते थे।
2023 का गुजरा साल कुंवर दानिश अली की जिंदगी में कई मायमें बेहद अहम है। बीते सितंबर में संसद के विशेष सत्र में चंद्रयान-3 की सफलता पर लोकसभा में हो रही चर्चा के दौरान भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी ने कुंवर दानिश अली के खिलाफ बेहद अभद्र टिप्पणी की। जिसका पूरे विपक्ष ने बेहद तीखा विरोध किया। खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को संसद में सांसद रमेश विधूड़ी के कहे शब्दों के लिए खेद प्रगट करना पड़ा था और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सांसद विधूड़ी के कहे अमर्यादित शब्दों को संसद के रिकॉर्ड से हटवा दिया गया।
हालांकि इसी घटनाक्रम के कुछ रोज बाद खुद कुंवर दानिश अली की पार्टी बहुजन समाज पार्टी ने इन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से निलंबित कर दिया। दानिश अली ने बसपा प्रमुख मायावती के प्रति सदाशयता दिखाते हुए निलंबन का विरोध किया। कुंवर दानिश अली कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के साथ कई अन्य कार्यक्रमों में कांग्रेसी नेताओं के साथ नजर आ चुके हैं।