लोकसभा चुनावः राजस्थान में 13 लाख से ज्यादा छापे जाएंगे बैलेट पेपर, पहली बार दिखाई देगी उम्मीदवारों की फोटो
By रामदीप मिश्रा | Updated: April 5, 2019 08:15 IST2019-04-05T08:15:05+5:302019-04-05T08:15:05+5:30
बैलेट पेपर के मुद्रण से जुड़ी सभी तैयारियों पूरी कर ली गई हैं। नामांकन के बाद सफेद कागज पर बैलट पेपर मुद्रित करवाए जाएंगे। ध्यान रहे कि लोकसभा चुनाव में पहली बार बैलेट पेपर पर उम्मीदवार का फोटो प्रदर्शित किया जाएगा।

Demo Pic
लोकसभा चुनाव के लिए राजस्थान में ईवीएम के लिए प्रयोग होने वाले कुल 13 लाख, 14 हजार, 200 बैलेट पेपर मुद्रित करवाए जाएंगे। मुद्रण का यह कार्य प्रदेश की अलवर, जयपुर, जोधपुर और उदयपुर की राजकीय मुद्रणालयों में किया जाएगा। यह कहना है अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रेखा गुप्ता का।
उन्होंने कहा कि मुद्रण से जुड़ी सभी तैयारियों पूरी कर ली गई हैं। नामांकन के बाद सफेद कागज पर बैलट पेपर मुद्रित करवाए जाएंगे। ध्यान रहे कि लोकसभा चुनाव में पहली बार बैलेट पेपर पर उम्मीदवार का फोटो प्रदर्शित किया जाएगा।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि देश के चौथे और प्रदेश के पहले चरण के मतदान के लिए जयपुर सरकारी मुद्रणालय में कुल 2 लाख, 9 हजार बैलेट पेपर छापे जाएंगे, जिनमें से टोंक-सवाईमाधोपुर लोकसभा सीट के लिए 52 हजार 300, अजमेर के लिए 49 हजार 400, कोटा के लिए 52 हजार और झालावाड़-बारां के लिए 55 हजार, 300 बैलेट पेपर मुद्रित होंगे।
इसी तरह जोधपुर सरकारी मुद्रणालय में कुल 2 लाख, 25 हजार, 500 बैलेट पेपर छपेंगे, जिसमें से पाली के 56 हजार 600, जोधपुर के 50 हजार 800, बाड़मेर के 65 हजार 200 और जालौर के लिए 52 हजार 900 बैलेट पेपर मुद्रित करवाए जाएंगे। उदयपुर सरकारी मुद्रणालय में कुल 2 लाख, 78 हजार, 700 बैलेट पेपर छापे जाएंगे। इसमें उदयपुर के लिए 57 हजार 600, बांसवाड़ा के लिए 53 हजार 200, चित्तौड़गढ़ के लिए 58 हजार 700, राजसमंद के लिए 53 हजार 300 और भीलवाड़ा के लिए 55 हजार 900 बैलेट पेपर मुद्रित किए जाएंगे।
देश के पांचवें और प्रदेश के दूसरे चरण में जयपुर सरकारी मुद्रणालय में कुल 3 लाख, 2 हजार 900 बैलेट पेपर छापे जाएंगे। इसमें चूरू के लिए 52 हजार 400, झुंझुनूं के लिए 50 हजार 600, सीकर के लिए 51 हजार 600, जयपुर ग्रामीण के लिए 51 हजार 300, जयपुर के लिए 47 हजार 700 और दौसा के 49 हजार 300 बैलेट पेपर मुद्रित किए जाएंगे।
इसी तरह जोधपुर के सरकारी मुद्रणालय में कुल 1 लाख, 47 हजार 400 बैलेट पेपर छापे जाएंगे। इसमें गंगानगर के 51 हजार 200, बीकानेर के लिए 46 हजार 400 और नागौर के लिए 49 हजार 800 बैलेट पेपर मुद्रित किए जाएंगे। अलवर सरकारी मुद्रणालय में कुल एक लाख 50 हजार 700 बैलेट पेपर छापे जाएंगे। इसमें अलवर में 50 हजार 300, भरतपुर के लिए 50 हजार 400 और करौली-धौलपुर के लिए 50 हजार बैलेट पेपर मुद्रित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सभी मतपत्र पूरी सुरक्षा और पहरे में छापे जाएंगे। इसके लिए पुलिस महानिदेशक को भी सूचित कर दिया गया है। प्रिंटिंग के दौरान और मतदान के दिन निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई जारी करने के विद्युत कंपनियों के अधिकारियों को भी निर्देशित कर दिया गया है।
उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद पारीक ने कहा कि प्रदेश के सभी रिटर्निग ऑफिसर्स को समय पर मत पत्रों के मुद्रण करवाने के लिए निर्देशित कर दिया है। मत पत्रों के मुद्रण में कागज का पूरा लेखा-जोखा रखा जाए और आयोग के निर्देशा्नुसार मतपत्र छापे जाएं।
पारीक ने कहा कि ईवीएम में प्रयुक्त होने वाले मतपत्र के अंत में हिंदी में 'इनमें से कोई नही' एवं इसके सामने 'नोटा' का सिंबल मुद्रित किया जाएगा। ईवीएम की बैलेटिंग यूनिट के उपयोग के लिए मतपत्र और मतदान केंद्रों पर टेंडर वोट के लिए मतपत्र समान रूप से होंगे।