लोकसभा चुनावः गुजरात में नए सियासी समीकरण की अटकलें शुरू, अल्पेश ठाकोर थामेंगे BJP का दामन?
By महेश खरे | Published: May 9, 2019 08:19 AM2019-05-09T08:19:51+5:302019-05-09T08:19:51+5:30
अल्पेश जल्दी ही भाजपा का केसरिया खेस धारण कर लें तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए. इतना तो तय है कि उनका सॉफ्ट कॉर्नर भाजपा के साथ है.
कांग्रेस से हाथ झटक चुके राधनपुर के विधायक अल्पेश ठाकोर की भाजपा नेताओं के साथ फोटो वायरल होते ही गुजरात में नए सियासी समीकरण की अटकलबाजियां शुरू हो गई हैं. अल्पेश जल्दी ही भाजपा का केसरिया खेस धारण कर लें तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए. इतना तो तय है कि उनका सॉफ्ट कॉर्नर भाजपा के साथ है. अल्पेश के नए घर में गृह प्रवेश पूजा के मौके पर जिन सियासी हिस्तयों ने उपस्थिति दर्ज करायी और उसके फोटो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो नए कयासों को बल मिला.
उल्लेखनीय बात यह रही कि इस अवसर पर प्रदेश भाजपा प्रमुख जीतू वाघानी और प्रदीप सिंह जैसे भाजपा के बड़े चेहरों ने शिरकत की लेकिन कांग्रेस का एक भी नेता नहीं था. हालांकि बाद में अल्पेश ठाकोर ने पत्रकारों को बताया कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्र म नहीं था और ना इस अवसर पर कोई राजनीतिक चर्चा हुई. कार्यक्रम पारिवारिक था और इसमें सीमित लोगों को बुलाया गया था. मेरे कार्यक्र म में किसे निमंत्रण जाए ये मेरा निजी मामला है.
इससे पहले भी भाजपा नेताओं के साथ नजदीकियों की खबरों से अल्पेश चर्चा में आ चुके हैं, लेकिन तब उन्हें मना लिया गया था. लेकिन पार्टी छोडने के बाद कांग्रेस नेतृत्व अब कठोर कार्रवाई के मूड में है.
अल्पेश की विधायकी रद्द करने की मांग
बुधवार को कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी से भेंट कर अल्पेश ठाकोर की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की. बता दें अल्पेश राधनपुर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते थे. उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा तो दे दिया है लेकिन विधायक पद पर अभी भी बने हुए हैं. उनका कहना है कि क्षेत्र की जनता ने उन्हें चुना है. जब तक जनता चाहेगी वे पद पर बने रहेंगे.
इस्तीफा समाज के निर्देश पर
अल्पेश ठाकोर ने मीडिया को बताया कि उन्होंने समाज के निर्देश पर कांग्रेस छोड़ी है. समाज के हर फैसले के मैं साथ हूं. 23 मई के बाद जनता के मुद्दों को लेकर आंदोलन छेड़ने की योजना है.