पटनाः बिहार में पूर्णिया के रंगभूमि मैदान से महागठबंधन ने लोकसभा चुनाव 2024 का बिगूल फूंक दिया है। महारैली में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राजद प्रमुख ने एक बार फिर से आरक्षण का कार्ड खेला।
उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस आरक्षण खत्म करना चाहती है। हम लोग एक रहिए, एक जुट रहिए, कोई नहीं तोड़ सकता है। अब समय आ गया है नरेंद्र मोदी की सरकार की विदाई तय है। उन्हांने कहा कि देश के संविधान की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होने की जरूरत है। लालू प्रसाद यादव ने कहा कि भाजपा और आरएसएस घोर आरक्षण विरोधी है, जो आरएसएस चाहता है, वही नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
लोकतंत्र रहेगा, संविधान रहेगा, तभी हम और हमारा देश रहेगा। उन्होंने कहा कि हम और नीतीश एक हो गए हैं। 2024 में उन्होंने महागठबंधन को रिकॉर्ड मतों से जीत दिलाने की अपील भी किया। लालू प्रसाद यादव ने आगे कहा कि महागठबंधन का ऐलान और संकल्प है कि भाजपा को देश से भगाना है। पूर्णिया सीमांचल का इलाका है। इसको किसी भी कीमत टूटने नहीं देना है।
कुछ लोग आयेगा बहकायेगा, लेकिन जाल में नहीं फंसना है। एक जुट होकर 2024 के चुनाव में लग जाना है। अल्पसंख्यों की रक्षा करना है, वे हिन्दू जरूर है, लेकिन अल्पसंख्यकों का क्या अपराध है, कि उनकी अनदेखी की जाए। लोकसभा चुनाव में मजबूती के साथ रिजल्ट देना है। लालू प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार की हर महीने फ्री राशन योजना पर हमला बोलते हुए कहा कि वो कह रहे कि राशन दे रहे हैं।
राशन देकर वोट लेंगे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला है राशन देने का। उन्होंने कहा कि भविष्य में जो चुनाव होने वाला है, उसमें भाजपा के सफाया करने के लिए तैयार रहिए। आज देश की क्या स्थिति है। आज देश टुकड़े टुकड़े होने के कगार पर पहुंच गया है। भाजपा आरएसएस का मुखौटा है। संविधान की उपेक्षा की जा रही है। लोकतंत्र रहेगा, संविधान रहेगा तभी हमलोग रहेंगे।
भारत को कोई तोड़ नहीं सकता है। अगर हम लोग कमजोर पड़ गए तो भारत टूट जाएगा। आप लोगों को मालूम होगा कि बिहार में आरएसएस-भाजपा को रोका था। बिहार जब-जब करवट लेता है देश में हवा बदलती है। आरएसएस और भाजपा गुरु गोलवरकर की पार्टी है। इनकी किताब में लिखा है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में अगर कोई दलित पूजा के लिए जाए तो उसको बंद कर दो।
साथ ही आरक्षण खत्म करने की बात करते हैं। आप सबको याद होगा हम और नीतीश एक हुए थे। 2015 में जिस तरीके से हम लोग चुनाव लड़े थे, उसी तरीके से 2024 में और मजबूती से लड़ना है। मुझे अफसोस हो रहा है कि मैं पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में उपस्थित नहीं हो सका। मैं इलाज करा कर लौटा हूं। बेटी रोहिणी आचार्य ने इतनी बड़ी कुर्बानी दी है, उसने किडनी डोनेट किया है। हमें जीवनदान दिया है।