लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इस 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने के तीन दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी की तालानगरी के नाम से विख्यात अलीगढ़ से लोकसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे। 25 जनवरी को मतदाता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ नए वोटर से संवाद करते हुए अलीगढ़ को कई योजनाओं की सौगात देंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर सियासी संग्राम का आगाज एक बार फिर पश्चिम यूपी से करेंगे। इसके पहले उन्होंने पश्चिम यूपी के सहारनपुर जिले से चुनावी संग्राम की शुरुआत की थी।
फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलीगढ़ में होने वाले दौरे को लेकर तैयारी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह अलीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों जायजा लेने के लिए रविवार को अलीगढ़ गए थे। अब जल्दी ही सीएम योगी आदित्यनाथ भी अलीगढ़ जाकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों को देखेंगे।
धर्मपाल सिंह के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मतदाता दिवस पर 25 जनवरी को अलीगढ़ में पश्चिम क्षेत्र और ब्रज प्रदेश के युवा मतदाता तथा पन्ना प्रमुखों (वर्करों) के सम्मेलन में शिरकत करेंगे। पीएम उक्त सम्मेलन के जरिए देश भर के हर विधानसभा क्षेत्र में पांच-पांच हजार युवा नव मतदाताओं से ऑनलाइन संवाद करते हुए चुनावी बिगुल फूकेंगे।
इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी अलीगढ़ में बन रहे धनीपुर एयरपोर्ट, डिफेंस कारिडोर और राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी का उदघाटन भी कर सकते हैं। ये सभी परियोजनाएं पूरी होने को हैं। सीएम योगी चाहते हैं कि लोकसभा चुनावों का ऐलान होने के पूर्व पीएम मोदी के हाथों इनका उद्घाटन हो जाए।
इन वजहों से अलीगढ़ का चयन हुआ
अब रही बात अलीगढ़ जिले से पीएम नरेंद्र मोदी के चुनावी अभियान शुरू करने को लेकर तो इसे लेकर भाजपा नेताओं का कहना है कि भाजपा यूपी में हर बार अपने चुनाव अभियान की शुरुआत वेस्ट यूपी से करती है। वर्ष 2014 में पीएम कैंडिडेट रहे नरेंद्र मोदी से बुलंदशहर को इसके लिए चुना था और तब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में राजनाथ सिंह ने सहारनपुर से परिवर्तन यात्रा निकाली थी।
फिर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सहारनपुर से पार्टी ने चुनावी अभियान शुरू किया था। वर्ष 2022 यानी बीते विधानसभा चुनाव में भी सहारनपुर जिले से ही सीएम योगी ने पार्टी का चुनावी अभियान शुरू किया था, लेकिन इस बार पार्टी का चुनावी अभियान शुरू करने के लिए अलीगढ़ को चुनाव गया तो इसके दो वजह है।
पहली वजह अलीगढ़ में करीब-करीब पूरी हो चुकी धनीपुर एयरपोर्ट, डिफेंस कारिडोर और राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी की परियोजनाएँ हैं। इसके अलावा अलीगढ़ में मुस्लिम समाज को अपने तरफ करने के लिए वहां किए जा रहे प्रयासों का आकलन किया जाना है। इसके लिए पार्टी ने अलीगढ़ के सम्मेलन में करीब दो लाख कार्यकर्ताओं को जुटाने का लक्ष्य रखा है।
इसके लिए पार्टी नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा नेताओं के अनुसार, अलीगढ़ में ब्रज और पश्चिम प्रदेश के छह मंडलों अलीगढ़, आगरा, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद और सहारनपुर के 38 जिलों के प्रमुख वर्कर और नव मतदाता शिरकत करेंगे।
इसके अलावा सभी लोकसभा क्षेत्रों के सांसद, केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहेंगे। बीजेपी युवा मोर्चा को सियासी आगाज करने वाले इस खास आयोजन का जिम्मा दिया गया हैं। अलीगढ़ बीजेपी युवा मोर्चा की महानगर इकाई को इस आयोजन का संयोजक बनाया गया है। इसके बाद लखनऊ और आजमगढ़ में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली अगले माह होनी है।