चंडीगढ़: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने बीते सोमवार को चीन विवाद पर केंद्र की मौजूद स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) का विषय भारतीय जनता पार्टी केवल "चुनावी रणनीति" के तहत उठा रही है। वो केवल पीओके नहीं चीनी सीमाओं पर भी बात करें कि वहां क्या हो रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में बयान दिया था कि पीओके भारत का हिस्सा है और बीजेपी के सत्ता में आने पर इसे वापस ले लिया जाएगा।
अमित शाह के इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शशि थरूर ने कहा, ''ये सब चुनावी हथकंडे हैं। जो लोग पीओके के बारे में बात करते हैं, वे ये नहीं सोचते कि इसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या असर होगा। उन्होंने चीन के बारे में क्या किया है? 65 गश्त बिंदुओं पर सहमति बनी थी। पिछले 45 वर्षों में सब ठीक चल रहा है, लेकिन अब 26 प्वाइंट पर चीनी सेना है और हमारे जवान नहीं जा सकते, जब उन्होंने कोशिश की तो हमारे 20 जवान मारे गए और इस पर सरकार कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है वे पीओके के बारे में बात कर रहे हैं, ऐसी बातें करना बेतुकी बात है।”
अमित शाह के इस दावे पर कि बीजेपी ने मौजूदा लोकसभा चुनाव के पांच चरणों में 310 का आंकड़ा पार कर लिया है, थरूर ने कहा, "सीटों की संख्या के बारे में अमित शाह जो भी कहें, हमें इसमें 30-40 प्रतिशत की छूट देनी चाहिए। मुझे लगता है कि एनडीए कभी भी 400 के पार नहीं होने वाला है, भाजपा बेहद खराब स्थिति में है और सरकार में बदलाव का समय आ गया है।"
सत्ता में आने पर भारत गठबंधन के संभावित प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में, थरूर ने टिप्पणी की कि निर्णय में 26 दलों के बीच परामर्श शामिल होगा।
उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन में शामिल छब्बीस पार्टियां सामूहिक रूप से इस मामले पर विचार कर रही हैं। उनके बीच इतने सारे नेताओं के साथ, ज्यादा चिंता नहीं होनी चाहिए। जैसे हमने 2004 में विभिन्न उम्मीदवारों पर विचार किया था और मनमोहन सिंह उभरे थे। इस बार भी इंडिया गठबंधन से प्रधानमंत्री का चेहरा निकल कर सामने आएगा।"