कर्नाटक: बेलगाम, धारवाड़ और हावेरी लोकसभा सीटों के लिए मजबूत उम्मीदवार के रूप में उभर रहें जगदीश शेट्टार
By अनुभा जैन | Published: February 10, 2024 12:00 PM2024-02-10T12:00:51+5:302024-02-10T12:02:11+5:30
कर्नाटक: अगर शेट्टार को यहां मंगला से बदल दिया जाता है, तो उन्हें मंगला समर्थकों के साथ-साथ अंगड़ी परिवार से भी ज्यादा आपत्ति का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि शेट्टार अंगड़ी परिवार के रिश्तेदार हैं
बेंगलुरु: कांग्रेस पार्टी में कई महीने बिताने के बाद भगवा पार्टी में वापस आए पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार बेलगाम, धारवाड़ और हावेरी लोकसभा क्षेत्र के लिए एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में उभर रहे हैं। बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक पार्टी बेलगाम में मंगला अंगड़ी की जगह किसी नये चेहरे को लेने की तैयारी में है और यहां शेट्टार का नाम प्रमुखता से आ रहा है।
यह उल्लेख करना उचित है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय सुरेश अंगड़ी की पत्नी मंगला ने 2021 के उपचुनावों में कांग्रेस के सतीश जारकीहोली के खिलाफ 5 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
इसकी प्रबल संभावना है कि अगर शेट्टार को यहां मंगला से बदल दिया जाता है, तो उन्हें मंगला समर्थकों के साथ-साथ अंगड़ी परिवार से भी ज्यादा आपत्ति का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि शेट्टार अंगड़ी परिवार के रिश्तेदार हैं और चुनाव प्रभारी थे जब मंगला ने उपचुनाव लड़ा था। इसलिए, यह पार्टी के लिए फायदे की स्थिति होगी।
दूसरी सीट, यानी धारवाड़ का प्रतिनिधित्व 2004 से केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी कर रहे हैं। शेट्टार ने जोशी पर विधानसभा चुनाव से पहले उनके खिलाफ साजिश रचने का खुलेआम आरोप लगाया है। और हावेरी में धारवाड़ के साथ जोशी और शेट्टार के नाम सामने आ रहे हैं।
साथ ही, सूत्रों के मुताबिक, शेट्टार पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई, जो हावेरी के शिगगांव से विधायक हैं, के साथ चुनाव लड़ने के बजाय बेलगाम सीट से समझौता कर सकते हैं।
कोलार से जेडीएस के दो विधायकों समृद्धि मंजूनाथ (मुलबागल) और जीके वेंकटशिवरेड्डी (श्रीनिवासपुर) ने जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने के लिए सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार से बातचीत की, इसकी जानकारी कोलार के कांग्रेस विधायक कोथुर मंजूनाथ ने दी।
जिले के एक वरिष्ठ कांग्रेसी ने विधायकों को कांग्रेस में लाने की पहल की है। कोथुर मंजूनाथ ने दावा किया, ’’इन दोनों विधायकों को कांग्रेस में शामिल करने के लिए मेरी राय ली गई है और मैंने अपनी मंजूरी दे दी है।’’
इसके विपरीत, दोनों विधायकों समृद्धि मंजूनाथ और वेंकटशिवरेड्डी ने कहा, “हम अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अनुदान के लिए सीएम सिद्धारमैया से मिले और कभी राजनीति के बारे में बात नहीं की।
अगर वे हमें पकड़ने के लिए कोई अभियान चलाने की कोशिश करेंगे तो उन्हें नुकसान होगा।’’ साथ ही, जद (एस) एमएलसी इंचारा गोविंदराज ने कहा कि यह गलत बयान है कि जद (एस) विधायक कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। इधर, वेंकटशिवरेड्डी उपचुनाव में जाने के मूड में नहीं हैं। समृद्धि मंजूनाथ का भविष्य उज्ज्वल है और वह जद(एस) नहीं छोड़ेंगे।