नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस की अगुवाई में जुटे 26 दलों ने जैसे ही मौजूदा सत्ताधारी गठबंधन NDA के सामने 'INDIA' नाम से गठबंधन का नया नाम रखा। भाजपा के सियासी खेमे से फौरन तलवार खिंच गई और विपक्षी दलों को 'INDIA' बनाम 'भारत' को लेकर घेरने की कवायद शुरू हो गई।
बेंगलुरु में दो दीवसीय बैठक संपन्न होने के बाद रखी गई प्रेस कांफ्रेंस में 26 दलों के विपक्षी गठबंधन ने जैसे ही UPA (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) को नये कलेवर के साथ 'I.N.D.I.A' (इंडियन नेशनल डिवेलपमेंटल या डेमोक्रेसी इंक्लूसिव अलायंस) के नाम से पेश किया। उस पर केंद्रीय सत्ता की ओर से हमले का सिलसिला शुरू हो गया।
वहीं 'I.N.D.I.A' की प्रेस कांफ्रेंस में भी कहा गया कि इस गठबंधन का मुख्य एजेंडा आगामी आम चुनाव में भाजपा के गठबंधन NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को विभिन्न मुद्दों पर चुनौती देना है, लेकिन इस ऐलान के कुछ ही पलों के बाद सत्ता की धुरी NDA की ओर से 'I.N.D.I.A' बनाम 'भारत' के बीच संग्राम छिड़ गया।
देश की मुख्य सत्ताधारी दल भाजपा की ओर से से बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद गठबंधन के रखे गये नये नाम 'I.N.D.I.A' पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।
एक तरफ विपक्ष जहां विपक्ष 'I.N.D.I.A' इसका फुलफॉर्म इंडियन नेशनल डिवेलपमेंटल या डेमोक्रेसी इंक्लूसिव अलायंस यानि टीम इंडिया बताने का प्रयास कर रहा है, वहीं दूसरी ओर भाजपा की ओर से इस नाम को लकर सबसे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हमला किया ओर इस मुद्दे को 'I.N.D.I.A' बनाम भारत बनाते हुए आरोपों के कटघरे में खड़ा कर दिया।
मुख्यमंत्री सरमा ने सबसे पहले अपने ट्वीटर बायो पर पहले लिखे 'INDIA' को हटाकर 'भारत' किया और उसके बाद उसे देश की सभ्यता के लिए हुए संघर्ष से जोड़ दिया। सीएम सरमा ने लिखा, "हमारा सभ्यतागत संघर्ष इंडिया और भारत के इर्द-गिर्द केंद्रित है। अंग्रेजों ने हमारा नाम 'I.N.D.I.A' रखा था और कांग्रेस ने इसे सही मान लिया। हमें खुद को इस औपनिवेशिक विरासत से मुक्त कराना होगा। हमारे पूर्वज भारत के लिए लड़े और हम भारत के लिए काम करते रहेंगे। इंडिया के लिए कांग्रेस और भारत के लिए मोदी।"
भाजपा के मुख्यमंत्री सरमा के हमले पर कांग्रेस फौरन सक्रिय हुई और उसकी ओर से आईटी सेल के हेड जयराम रमेश ने मोर्चा संभाला। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने पलटवार करते हुए ट्विटर पर लिखा, भारतीय संविधान का अनुच्छेद 1, इंडिया यानी भारत, राज्यों का एक संघ होगा। आज बेंगलुरु में 26 राजनीतिक दलों द्वारा घोषित Indian National Developmental, Inclusive Alliance के पीछे यही भावना है।"
मालूम हो कि कर्नाटक के बेंगलुरु में कांग्रेस के बुलावे पर बीते दो दिनों से 26 विपक्षी दलों का जमघट होटल ताज में लगा हुआ था। पटना के बाद विपक्षी दलों की यह दूसरी बैठक थी। बीते मंगलवार को बैठक संपन्न होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि विपक्षी नेताओं की अगली बैठक अब मुंबई में होगी।
बेंगलुरु की बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम तो तय हो गया है लेकिन अभी भी कई ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर विपक्षी दलों की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। मसलन विपक्षी पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा किस फॉर्मूला के तहत होगा। 'I.N.D.I.A' का संयोजक कौन होगा। कौन-कौन से मुद्दे सभी दलों को स्वीकार होंगे।
कांग्रेस प्रमुख खड़गे ने पत्रकारों से बात करते हुए इन सवालों पर कहा कि इन्हीं विषयों पर चर्चा के लिए जल्द ही 11 सदस्यों की एक कॉर्डिनेशन कमेटी बनेगी। 'I.N.D.I.A' की मीटिंग में शामिल सीपीआई नेता सीताराम येचुरी ने बताया था कि फिलहाल 26 पार्टियों के इस गठबंधन में किसी को 2024 के लिए प्रधानमंत्री पद का चेहरा नहीं बनाया गया है।