पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन की रैली में कहा कि अगर कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियां मिलकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ती हैं, तो भाजपा 100 से कम सीट पर सीमित हो जाएगी। पूर्णिया रैली में नीतीश ने कहा कि मैं चाहता हूं कि कांग्रेस एकजुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ने पर जल्द फैसला करे।
बिहार के पूर्णिया में आज महागठबंधन की ओर से विशाल रैली आयोजित की गई। रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की महारैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला। उन्होंने कहा कहा कि देश में दो नेता हैं। एक प्रधानमंत्री हैं और एक गृह मंत्री। आज फिर गृह मंत्री आकर भाषण दे रहे थे।
बताइए जरा इनको कितना अनुभव है। देश की आजादी के बारे में क्या जानते हैं? आप अपनी पार्टी के नेताओं को भी नहीं जानते हैं। जिन लोगों ने काम किया उनको भूलेंगे? हम उनके (अटल-आडवाणी) साथ थे। उन्होंने जितना काम किया उसकी चर्चा नहीं करते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस अपना स्टैंड क्लियर करे। हम लोग एक साथ रहेंगे तो भाजपा को 2024 के चुनाव में 100 सीट भी नहीं मिल पाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोग कोई काम नहीं करते हैं, सिर्फ कब्जा किए रहते हैं। मीडिया पर कब्जा कर लिया गया है। हम लोगों का एक-आध बार छप जाता है, बाकी सब उन्हीं का छपते रहता है। देश हित में कोई काम नहीं कर रहे हैं। लेकिन यहां आकर कुछ न कुछ बोलते हैं। यहां आकर क्या बोल दिए? बिहार के विकास का उन्होंने कोई काम किया है?
2015 विधानसभा चुनाव से पहले इन लोगों ने जो घोषणा किया था उसका क्या हुआ? उन्होंने कहा कि कोई काम देश के हित में नहीं कर रहे। बिहार के विकास में उन्होंने क्या किया? नीतीश कुमार ने कहा कि देश की आजादी को पीएम मोदी और अमित शाह नहीं जानते हैं। भाजपा की तरफ से कोई काम देशहित में नहीं हो रहा है।
बिहार को जितना मदद का भरोसा दिया गया, वह आज तक नहीं मिला। आठ साल में केंद्र की ओर से मात्र 59 लाख करोड़ की राशि मिली है। उन्होंने कहा कि पूर्णिया में एयरपोर्ट सबसे पहले बनना था, लेकिन नहीं बना। एयरपोर्ट के लिए जितनी जमीन मांगी गई, हमने दिया। अमित शाह ने पूर्णिया में आकर कह दिया एयरपोर्ट चालू हो गया, लेकिन आज तक एयरपोर्ट चालू नहीं हो पाया।
प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह कि क्या अनुभव है?नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा वाले उनपर शरद यादव और जॉर्ज फर्नांडिस को साइडलाइन करने के आरोप लगा रहे हैं। जो कि पूरी तरह गलत है। शरद यादव 2009 में चुनाव हार गए थे तो भी पार्टी नें उन्हें राज्यसभा से भेजा था। जॉर्ज फर्नांडिस पार्टी में सक्रिय रहे। तबीयत खराब हो गई इसलिए सक्रियता कम हो गई।
दूसरी ओर भाजपा वालों ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी सरीखे नेताओं को साइडलाइन कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे बड़ी बेशब्री से कांग्रेस का इंतजार कर रहे है। कांग्रेस पार्टी जितना जल्दी फैसला लेगी, उतना ज्यादा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि चाहे जितना घूम लें, यदि अकेले रहेंगे, तो 100 सीटें भी नहीं मिलेगी। इसलिए जितना जल्दी हो, सभी एकजुट हो जाए, जितना जल्दी तय करेंगे, उतना ज्यादा फायदा होगा।
तेजस्वी यादव ने भाजपा नेताओं को बताया डीलर, कहा-यहां कोई लीडर नही है
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे पिता लालू यादव ने संप्रदायिक तत्वों के सामने कभी घुटने नहीं टेके। जब लालू यादव ने घुटने नहीं टेके, तो मैं भी उनका बेटा हूं। भाजपा में कोई लीडर नहीं रह गया है, सब डीलर बन गया है। भाजपा नफरत की राजनीति करना चाहती है। आज भाजपा के खिलाफ जो बोलता है, उसके यहां छापा पड़ता है। भाजपा के साथ जो रहता है, वह हरिश्चंद्र हो जाता है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में विधायक की खरीद फरोख्त किया गया, लेकिन बिहार में यह सफल नहीं होगा। 2024 की लड़ाई आरएसएस और भाजपा वालों से हैं। इसी मैदान में मोदी ने साल 2014 में बिहार को विशेष राज्य दर्जा देने का वादा किया था। भाजपा का जुमला बिहार में नहीं चलने वाला है। इस बार के केंद्रीय बजट में बिहार को कुछ नहीं मिला है।
भाजपा ने रेल बेचा, तेल बेचा, बीएसएनएल बेचा, एलआईसी को भी बेच दिया। बिहार में जंगलराज के आरोपों पर तेजस्वी ने कहा कि यहां जनता का राज है। हम अमित शाह को बताना चाहते हैं कि बिहार के लोग बिकाऊ नहीं बल्कि टिकाऊ हैं। तेजस्वी ने कांग्रेस से आग्रह किया कि देश की तमाम रीजनल पार्टियों को बुलाकर एक साथ लाए और मिलजुल कर भाजपा के खिलाफ रणनीति बनाए।
तेजस्वी ने यह भी जता दिया कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की भी जल्दी नहीं है। उन्होंने इसी मंच से दिल्ली मार्च का भी आह्वान करते हुए कहा कि जब जब बिहार लड़ता है तब-तब दिल्ली हारता है। तेजस्वी यादव ने कहा कि जैसे बिहार में महागठबंधन है वैसे ही देश में गठबंधन है। यानी कि देश में अनेकता में एकता है।
अलग-अलग पार्टियां हैं, अलग-अलग विचारधारा है। झंडे का रंग अलग है, मगर हम एक हैं। यही हमारी ताकत और पहचान है। आप लोगों की दुआ से लालू यादव ठीक होकर हमारे बीच आए। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि सीमांचल में भाजपा के लोग कुछ ऐसा कर सकते हैं जिससे माहौल बिगड़ सकता है, इसलिए सब सावधान रहें।