Lok Sabha Elections 2024: निर्वाचन आयोग ने उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश और भाजपा उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय को नोटिस जारी करते हुए शिकंजा कस दिया है। ईसीआई ने 15 मई को हल्दिया में आयोजित एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ की गई टिप्पणी के लिए भाजपा उम्मीदवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया। टिप्पणियां एमसीसी प्रावधानों और 1 मार्च, 2024 की ईसीआई सलाह का उल्लंघन करने वाली पाई गईं। आयोग ने बनर्जी के खिलाफ उनकी “अनुचित, विवेकहीन और अशोभनीय” टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गंगोपाध्याय को पश्चिम बंगाल की तमलुक सीट से मैदान में उतारा है, जहां 25 मई को मतदान होगा।
निर्वाचन आयोग ने 20 मई को शाम पांच बजे तक नोटिस पर जवाब मांगा
निर्वाचन आयोग ने अपने नोटिस में कहा कि गंगोपाध्याय की टिप्पणी “अनुचित, विवेकहीन, हर मायने में गरिमा से परे, अपमानजनक” और प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों और राजनीतिक दलों को दिए गए परामर्श का उल्लंघन करने वाली पाई गई है। निर्वाचन आयोग ने 20 मई को शाम पांच बजे तक नोटिस पर जवाब मांगा है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने तामलुक लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय के खिलाफ शुक्रवार को निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उन्होंने एक सार्वजनिक रैली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की।
टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पांजा ने कहा कि पार्टी कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश गंगोपाध्याय के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेगी। पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन ने कहा, "उक्त भाषण में गंगोपाध्याय ने कुछ बेहद आपत्तिजनक बातें कही हैं।"
गंगोपाध्याय के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करने का आदेश जारी करना चाहिए
पत्र में कहा गया है, "यह स्पष्ट रूप से भाजपा उम्मीदवार के महिला विरोधी आचरण को दर्शाता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि न्यायपालिका में प्रमुख पद पर रहने के बावजूद वह महिलाओं की गरिमा पर हमला कर रहे हैं, खासकर एक ऐसी महिला पर जो सत्ता में है।"
तृणमूल कांग्रेस ने मांग की कि सीईओ के कार्यालय को गंगोपाध्याय के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करने का आदेश जारी करना चाहिए और उन्हें किसी भी जनसभा, जुलूस या रैली में शामिल होने से पूरी तरह से प्रतिबंधित करना चाहिए, साथ ही उन्हें और अन्य भाजपा उम्मीदवारों को कोई भी व्यक्तिगत या अपमानजनक टिप्पणी करने से रोका जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को किस कीमत पर बेचा जा रहा है
पांजा ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि गंगोपाध्याय ने बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करके शालीनता की सभी सीमाएं पार कर दी हैं। बृहस्पतिवार को सामने आए एक कथित वीडियो में गंगोपाध्याय यह कहते सुने जा सकते हैं, "मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को किस कीमत पर बेचा जा रहा है।"
इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया और टीएमसी ने इसे ‘‘महिलाओं का अपमान करने की भाजपा की गारंटी’’ करार दिया, जबकि भाजपा ने वीडियो की प्रामाणिकता पर संदेह जताया। हालांकि, पीटीआई इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका।