पहली सूची जारी होती ही बीजेपी में चिंता, कांग्रेस मंत्री का आरोप- आडवाणी को किया गया बेइज्जत!
By राजेंद्र पाराशर | Updated: March 22, 2019 20:39 IST2019-03-22T20:39:16+5:302019-03-22T20:39:16+5:30
बीजेपी की पहली सूची में वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित अन्य उम्रदराज नेताओं एवं वर्तमान सांसदों के टिकट कटने के बाद मध्यप्रदेश में उम्रदरार नेताओं और वर्तमान सांसदों की चिंता बढ़ने लगी है।

पहली सूची जारी होती ही बीजेपी में चिंता, कांग्रेस मंत्री का आरोप- आडवाणी को किया गया बेइज्जत!
मध्यप्रदेश भाजपा के उम्रदराज नेताओं में भाजपा की पहली सूची जारी होती ही चिंता बढ़ गई है. अब तक टिकट की दौड़ शामिल रहे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने आज किनारा कर लिया. गौर ने इस बात के संकेत दे दिए कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे. गौर के अलावा अन्य उम्रदराज नेता भी चिंतित हो गए हैं. अब भाजपा में इंदौर की सांसद सुमित्रा महाजन के अलावा खजुराहो से टिकट की मांग कर रही पूर्व मंत्री कुसुम महदेले पर नजरें टिक गई है. ये नेता क्या कदम उठाते हैं, इसका इंतजार पार्टी पदाधिकारियों को है.
भाजपा की पहली सूची में वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित अन्य उम्रदराज नेताओं एवं वर्तमान सांसदों के टिकट कटने के बाद मध्यप्रदेश में उम्रदरार नेताओं और वर्तमान सांसदों की चिंता बढ़ने लगी है. उम्रदराज नेता बाबूलाल गौर जो लगातार टिकट के लिए दबाव बना रहे थे और बगावजी सूर दिखा रहे थे, उनके सुर आज अचानक बदल गए. गौर ने साफ संकेत दिए कि वे अब चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. हालांकि गौर ने कारण बताने से इंकार किया. उन्होंने कहा कि अब वे किसी दौड़ में नहीं है. गौर ने आज साफ कर दिया कि उनकी चुनाव लड़ने की कोई तैयारी नहीं है. गौर लालकृष्ण आडवाणी के टिकट काटे जाने पर भी मौन रहे उन्होंने किसी तरह की कोई टिप्पणी नहीं की. हमेशा बेबाक मीडिया में अपनी बात रखने वाले गौर आज मौन साधे रहे. उन्होंने इतना जरुर कहा कि देश में आज नरेन्द्र मोदी की लहर है, वे दमदार व्यक्ति है और उनके नेतृत्व में केन्द्र में भाजपा सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पूरा विश्व आज भारत के साथ है.
ताई पर टिकी निगाह
गौर के चुनाव लड़ने से पीछे हटने की बात कहने के बाद अब उम्रदराज नेताओं में इंदौर की सांसद और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन क्या फैसला लेती हैं, इस पर भाजपा नेताओं की नजरें टिकी हुई है. हालांकि ताई ने इंदौर से चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर ली है और वे सक्रिय भी है. ताई के अलावा विधानसभा चुनाव में टिकट काटे जाने से नाराज चल ही पूर्व मंत्री कुसुुम महदेले भी क्या कदम उठाती है, उन्होंने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैंं. इन नेताओं के अलावा सागर से सांसद लक्ष्मीनारायण यादव का भी टिकट कटना तय माना जा रहा है. वे भी उम्रदराज नेताओं में शामिल हैं.
सांसदों में भी गहराई चिंता
पहली सूची में भाजपा ने जिस तरह से वर्तमान सांसदों के टिकट काटे हैं, उसके बाद से राज्य के एक दर्जन से ज्यादा सांसदों की चिंता बढ़ गई है. शहडोल से ज्ञानसिंह, सागर से लक्ष्मीनारायण यादव, भिंड से भागीरथ प्रसाद, मुरैना से अनूप मिश्रा, भोपाल से आलोक संजर, सीधी से रीति पाठक, रीवा से जनार्दन मिश्र, बैतूल से ज्योति धुर्वे, बालाघाट से बोधसिंह भगत, खरगोन से सुभाष पटेल, मंदसौर से सुधीर गुप्ता, धार से सावित्री देवी, राजगढ़ से रोडमल नागर, होशंगाबाद से राव उदयप्रताप सिंह का टिकट कटना तय माना जा रहा है.
भाजपा ने आडवाणी को किया बेइज्जत
लालकृष्ण आडवाणी के टिकट कटने पर प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने कहा कि आडवाणी का टिकट काटकर भाजपा ने उनका अपमान किया है. उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार केवल वरिष्ठ नेताओं का अपमान ही तो कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा आडवाणी जैसे नेता का टिकट काटना उन्हें बेइज्जत करने जैसा है.