लोकसभा चुनाव 2019: चुनावी खर्च में अमेरिका को पीछे छोड़ देगा भारत! इतने हजार करोड़ खर्च होने का है अनुमान
By स्वाति सिंह | Published: March 10, 2019 04:17 PM2019-03-10T16:17:43+5:302019-03-10T16:17:43+5:30
भारत में हुए लोकसभा चुनाव 2014 की बात करें तो, इसमें राष्ट्रीय खजाने से केंद्र सरकार ने 3,426 करोड़ रूपए खर्च किए थे।
लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा रविवार को होगी। चुनाव आयोग ने आज शाम पांच बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। इस दौरान चुनाव आयोग आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के तारीखों का भी ऐलान कर सकता है। हालांकि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों पर अभी स्थिति साफ नहीं है। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल चार जून को समाप्त होना है। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
इस साल होने वाला आगामी लोकसभा चुनाव 2019 अब तक का सबसे महंगा चुनाव हो सकता है। यह भारतीय इतिहास में सर्वाधिक खर्चीली चुनावी प्रक्रिया होगी। सोलहवीं लोकसभा के लिए हुए अनुमानित खर्च 2012 में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव से संबंधित खर्च से प्रतिद्वंद्विता करता नजर आया था।
'कारनीज एंडोमेंट फोर इंटरनेशनल पीस थिंकटैंक' के सीनियर फेलो और दक्षिण एशिया कार्यक्रम के निदेशक मिलन वैष्णव की मानें तो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों ने लगभग 650 करोड़ डॉलर (करीब 46,211 करोड़ रुपए) खर्च किए थे। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा है कि लोक सभा चुनाव 2019 अब तक का सबसे महंगा चुनाव हो सकता है। हालांकि उन्होंने अभी तक आगामी चुनाव में होने वाले किसी अनुमानित खर्च को आंकड़ा नहीं दिया है। इस बार भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव में 50,000 से 55,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। पिछली बार 2014 में 30 हजार से 35 हजार करोड़ चुनावी खर्च का अनुमान था।
वहीं, अगर भारत में हुए लोकसभा चुनाव 2014 की बात करें तो, इसमें राष्ट्रीय खजाने से केंद्र सरकार ने 3,426 करोड़ रूपए खर्च किए थे। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में सरकारी खजाने से जितनी धनराशि खर्च की गई उससे 131 फीसदी ज्यादा रूपए मौजूदा लोकसभा चुनाव में खर्च किए गए थे। इन आंकड़ों को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बात का लोक सभा चुनाव दुनिया का सबसे खर्चीला चुनाव साबित हो सकता है।