लोकसभा चुनाव 2019: NDA को बिहार में लगा पहला झटका, बीजेपी एमएलसी अशोक अग्रवाल ने निर्दलीय पर्चा भरा
By निखिल वर्मा | Updated: March 27, 2019 10:14 IST2019-03-27T07:33:08+5:302019-03-27T10:14:28+5:30
सीमांचल में कटिहार में ही बीजेपी सबसे मजबूत है। यहां पूर्व सांसद निखिल चौधरी ने 1999, 2004, 2009 लगातार तीन चुनावों में जीत हासिल की है।

कटिहार से बीजेपी एमएमली अशोक अग्रवाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा है।
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बिहार से एनडीए के लिए बुरी खबर है। कटिहार संसदीय सीट पर बीजेपी के बागी एमएलसी अशोक अग्रवाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भर दिया है। कटिहार में दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होना है।
कटिहार लोकसभा क्षेत्र इस बार जेडीयू के खाते में जाने पर कार्यकर्ताओं में नाराजगी बताई जा रही है। जेडीयू के टिकट पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री दुलालचंद्र गोस्वामी उम्मीदवार है।
इससे पहले बीजेपी नेता और एमएलसी अशोक अग्रवाल ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा था कि उन पर कार्यकर्ताओं की तरफ से निर्दलीय भी लड़ने का दबाव है। बता दें कि सीमांचल में कटिहार में ही बीजेपी सबसे मजबूत है। यहां बीजेपी के टिकट पर पूर्व सांसद निखिल चौधरी ने 1999, 2004, 2009 लगातार तीन चुनावों में जीत हासिल की है।
बता दें कि बांका लोकसभा सीट से बिहार के दिवगंत कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह की पत्नी निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं। यह सीट इस बार जेडीयू के खाते में जाने से पुतुल कुमारी का पत्ता कट गया है।
2014 में बीजेपी की तरफ से पुतुल कुमारी को बांका सीट से उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन मोदी लहर में भी आरजेडी के उम्मीदवार जयप्रकाश यादव से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
2010 में दिग्विजय सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी पुतुल कुमारी उपचुनाव जीतकर संसद पहुंची थी।