लोकसभा चुनाव 2019: इन 16 सांसदों से नाराज हैं कार्यकर्ता, बीजेपी काट सकती है टिकट
By राजेंद्र पाराशर | Published: January 23, 2019 07:07 AM2019-01-23T07:07:41+5:302019-01-23T07:07:41+5:30
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर सांसदों के बारे में हर तरीके से जानकारी जुटा रही है.
मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के 16 वर्तमान सांसदों से पार्टी के कार्यकर्ता नाराज है. इस बात का खुलासा हुआ है भाजपा के नमो एप के जरिए. इसके बाद से सांसदों में खलीबली सी मच गई है. पार्टी द्वारा नमो एप के जरिए हर संसदीय क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से तीन-तीन नाम भी लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी के रुप में मांगे जा रहे हैं और वर्तमान सांसद की स्थिति की जानकारी भी ली जा रही है.
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर सांसदों के बारे में हर तरीके से जानकारी जुटा रही है. इसके तहत सांसदों की क्षेत्र में पकड़, उनकी कार्यशैली और कार्यकर्ताओं के साथ उनका व्यवहार इन बातों की जानकारी पार्टी द्वारा नमो एप के जरिए ली जा रही है. पार्टी ने जब नमो एप के जरिए सर्वे कराया और यह बात सामने आई कि उसने आधे से ज्यादा सांसदों से कार्यकर्ता नाराज हैं.
सूत्रों के अनुसार पार्टी के इस सर्वे में 16 सांसदों के प्रति कार्यकर्ता की नाराजगी सामने आई है. एप और सर्वे के जरिए पार्टी लगातार हर संसदीय क्षेत्र के बारे में सांसद को लेकर अलग-अलग सर्वे करा रही है. सूत्रों की माने तो कार्यकर्ताओं से सांसदों के पसंद के बारे में तो पूछा गया, साथ ही उनसे उनके संसदीय क्षेत्र के बारे में तीन-तीन संभावित प्रत्याशियों के बारे में भी जानकारी ली गई. इस दौरान कार्यकर्ताओं की सांसदों के प्रति नाराजगी दिखाई दी. यह नाराजगी पार्टी के लिए चिंंता का कारण बन गई.
इसके बाद से राष्ट्रीय और प्रादेशिक संगठन चिंतित हो गया है. यही वजह रही कि हाल ही में दो दिनों तक लगातार भाजपा के प्रभारी स्वतंत्रदेव सिंह और सह प्रभारी सतीश उपाध्याय ने राजधानी में रहकर पदाधिकारियों से चर्चा की और एक-एक संसदीय क्षेत्र की जानकारी जुटाई और सांसदों की परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार की. इस रिपोर्टे में भी यह बात सामने आई थी कि 10 सांसदों की परफार्मेस रिपोर्ट ठीक नहीं है.