लोकसभा चुनाव 2019ः दूसरे चरण में भाजपा ने उतारे 12 उद्योगपति, कांग्रेस में 7 टिकट नेताओं के रिश्तेदार को
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 17, 2019 05:07 PM2019-04-17T17:07:03+5:302019-04-17T17:07:03+5:30
दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटों पर वोटिंग होनी थी, लेकिन दो सीटों पर चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख को टाल दिया है। जानिए दूसरे चरण के मतदान का पूरा ब्यौरा...
लोकसभा चुनाव 2019 में पहले चरण की वोटिंग के बाद अब निगाहें दूसरे चरण (18 अप्रैल) में होने वाले मतदान पर हैं। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में होने वाले मतदान में सेलेब्रिटी चेहरों समेत कई राजनीतिक दिग्गजों का सियासी भाग्य तय होगा। कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। बता दें कि दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटों पर वोटिंग होनी थी, लेकिन दो सीटों पर चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख को टाल दिया है।
त्रिपुरा (पूर्व) लोकसभा क्षेत्र में खराब कानून-व्यवस्था के कारण और दूसरा तमिलनाडु की वेल्लोर लोकसभा सीट पर एक उम्मीदवार के कार्यालय में कैश बरामद होने के चलते चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख को टाल दिया है। इन दोनों सीटों पर 23 अप्रैल को मतदान होंगे।
इस चरण में 43 प्रत्याशी ऐसे हैं, जो उद्योगपति-कारोबारी हैं। 29 ऐसे उम्मीदवार भी हैं, जिन्हें परिवारवाद की वजह से टिकट मिला है। दूसरे चरण में भाजपा 51 और कांग्रेस 46 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इसमें से भाजपा ने 12 सीटों पर उद्योगपतियों और कांग्रेस और डीएमके ने 7-7 सीटों पर परिवारवाद को तरजीह दी है।
हर दल में बिजनेसमैन
भाजपा ने असम की मंगलदोई से बिजनेसमैन दिलीप सैकिया और नौगांव से रुपक शर्मा को टिकट दिया है। कर्नाटक की चित्रदुर्गा से उद्योगपति ए. नारायणस्वामी और चामराजनगर से कारोबारी श्रीनिवास प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा कर्नाटक की बेंगलौर मध्य, महाराष्ट्र की अकोला और लातूर, उत्तर प्रदेश की बुलंदशहर, अलीगढ़ और फतेहपुर-सीकरी सीट से भी उद्योगपति-कारोबारी को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने असम में करीमगंज, बिहार में किशनगंज, उत्तर प्रदेश में मथुरा, कर्नाटक में बेंगलोर मध्य, महाराष्ट्र की नांदेड़, लातूर और तमिलनाडु की कन्याकुमारी सीट से उद्योगपति-कारोबारी को प्रत्याशी बनाया है।
4 राज्यों की 24 सीटों पर 13 उद्योगपति उम्मीदवार
दूसरे चरण में चार राज्य- असम, बिहार, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की 24 सीटों पर वोटिंग होनी है। इनमें से भाजपा ने 7 और कांग्रेस ने 6 सीटों पर ऐसे उम्मीदवारों को उतारा है, जो उद्योगपति हैं। इसके साथ ही उप्र की 8 सीटों पर भी वोटिंग होगी। इनमें से 4 सीटों पर भाजपा और दो सीटों पर बसपा ने उद्योगपतियों को उम्मीदवार बनाया है। इन 5 राज्यों की 32 सीटों में सिर्फ 5 सीटों पर परिवारवाद को तरजीह दी गई है।
चुनाव आयोग ने नेताओं पर लगाई बंदिश
दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं के द्वारा बिगड़े बोल पर चुनाव आयोग ने कड़े कदम उठाए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, बसपा अध्यक्ष मायावती और सपा नेता आजम खान को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए अलग-अलग समय के लिए चुनाव प्रचार से रोक लगा दी है. हालांकि चुनाव आयोग के फैसले के बाद इन नेताओं ने प्रचार से तो दूरी बनाई लेकिन अन्य तरीकों से अपनी मौजूदगी दर्ज कराकर खबरों में बने रहे।
पूर्व प्रधानमंत्री और उनके दो पोते मैदान में
कर्नाटक की 14 सीटों पर वोटिंग होनी है। कर्नाटक में मुकाबला भाजपा और कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के बीच है। भाजपा ने तीन सीटों पर उद्योगपतियों को टिकट दिया है, जबकि मांड्या पर अभिनेत्री ए. सुमालता निर्दलीय लड़ रही हैं लेकिन भाजपा ने समर्थन दिया है। ए. सुमालता के पति अंबरीश भी कन्नड़ एक्टर हैं। वहीं, जेडीएस के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और उनके दो पोते भी चुनाव लड़ रहे हैं। एचडी देवेगौड़ा तुमकुर से चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं पोते- प्रज्ज्वल रेवेन्ना हासन से और निखिल गौड़ा मांड्या से उम्मीदवार हैं।
प्रीतम मुंडे को दोबारा टिकट
महाराष्ट्र की बीड सीट से भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे दोबारा चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस ने बिहार की पूर्णिया सीट पर यहां से दो बार सांसद रहीं माधुरी सिंह के बेटे उदय सिंह को टिकट दिया है। कर्नाटक की बेंगलोर ग्रामीण से डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश और तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को उतारा है।
तमिलनाडु में डिप्टी सीएम के बेटे चुनाव लड़ रहे
तमिलनाडु में उप-मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के बेटे रबींद्रनाथ कुमार, थेनी से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि, तिरुनेलवेली सीट से अन्नाद्रमुक ने तमिलनाडु विधानसभा के पूर्व स्पीकर और लोकसभा सांसद पीएच पांडियन के बेटे पॉल मनोज पांडियन को टिकट दिया है। तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक 22 और द्रमुक 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इसमें अन्नाद्रमुक और द्रमुक ने 4-4 सीटों पर परिवारवाद को तरजीह दी है।