चुनाव आयोग ने भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को मुंबई हमले में शहीद एटीएस (ATS) प्रमुख हेमंत करकरे के बारे में दिए गए विवादित बयान को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस संबंध में चुनाव आयोग ने साध्वी प्रज्ञा से 24 घंटे में जवाब मांगा है।
एएनआई एजेंसी के मुताबिक जिला निर्वाचन अधिकारी एवं भोपाल कलेक्टर सुदाम खाड़े ने शनिवार को बताया कि हमने इस बयान पर स्वत: संज्ञान लिया है और इस मामले में सहायक निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। हम इस कार्यक्रम के आयोजक और उस व्यक्ति के खिलाफ नोटिस जारी कर रहे हैं, जिसने यह बयान दिया है और उनसे 24 घंटे में जवाब मांगेंगे। हम सहायक निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट को निर्वाचन आयोग को भेजेंगे।
इससे पहले साध्वी प्रज्ञा के बयान पर बीजेपी की ओर अधिकारिक बयान आया है। बीजेपी ने पत्र जारी कर अधिकारिक बयान दिया है। पत्र में लिखा है साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को बयान निजी है। पार्टी ने मुंबई एटीएस (ATS)प्रमुख स्वर्गीय हेमंत करकरे के बारे में कहा है कि बीजेपी ने उन्हें हमेशा शहीद का दर्जा दिया है।
पत्र भारतीय जनता पार्टी केन्द्रीय कार्यालय की ओर से जारी किया गया है। जिसमें लिखा है...''भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट मानना है कि स्वर्गीय श्री हेमंत करकरे आतंकवादियों से बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। बीजेपी ने हमेशा उन्हें शहीद माना है। जहां तक साध्वी प्रज्ञा के इस संदर्भ में बयान का विषय है, वह उनका निजी बयान है, जो उन्होंने वर्षों तक शारीरिक और मानिसक प्रताड़ना के कारण दिया गया है।''
क्या दिया था साध्वी प्रज्ञा ने बयान
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा, "मैंने कहा था तेरा यानी मुंबई ATS प्रमुख स्वर्गीय हेमंत करकरे का सर्वनाश होगा... ठीक सवा महीने में सूतक लगता है, जिस दिन मैं गई थी, उस दिन उसके सूतक लग गया था, और ठीक सवा महीने में जिस दिन आतंकवादियों ने इसको मारा, उस दिन उसका अंत हुआ।"