तीन और बड़े प्रदेशों से मिल रहे हैं हार के संकेत, घबराई बीजेपी का बनाया 'मास्टर प्लान' हो गया लीक
By खबरीलाल जनार्दन | Published: July 7, 2018 01:13 PM2018-07-07T13:13:58+5:302018-07-07T14:27:13+5:30
भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव 2019 के साथ तीन और बड़े प्रदशों के विधानसभा चुनाव करा सकती है।
नई दिल्ली, 7 जुलाईः भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को तीन बड़े राज्यों हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र से सकारात्मक संकेत नहीं मिल रहे हैं। इन तीनों ही राज्यों में लोकसभा चुनाव 2019 के बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन तीनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकारें हैं, लेकिन बीजेपी को पार्टी के अंदरूनी रिपोर्ट में लगातार तीनों राज्यों को लेकर नकारात्मक बातें ही सुनाई पड़ रही हैं। इसलिए बीजेपी इन चुनावों को लंबा नहीं घसीटना चाहती। बीजेपी चाहती है कि जितनी जल्द से जल्द हो सके इन राज्यों में चुनाव करा लिए जाएं। क्योंकि जितने दिन बढ़ते जाएंगे नकारात्मक माहौल और ज्यादा प्रभावी होता जाएगा।
दरअसल, बीजेपी शासित महाराष्ट्र में लगातार पार्टी को लेकर कई तरह की आलोचनाएं हो रही हैं। सबसे बड़ा झटका शिवसेना ने दिया है। शिवसेना पहले ही आगामी विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा कर चुकी है और लगातार बीजेपी पर हमलावर है। इसी बीच मॉब लिंचिंग से लेकर कई अन्य तरह के विवाद भी बीजेपी के लिए नकारात्मक होते जा रहे हैं। इस साल हुए महाराष्ट्र के पालघर सीट पर लोकसभा उपचुनाव भी बीजेपी हार गई।
इसके अलावा हरियाणा में पार्टी को कई पहलुओं पर नकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। जानकारी के अनुसार हरियाणा की जनता में बीजेपी सरकार के शासन व्यवस्था को लेकर खुशी नहीं है। साथ ही हरियाणा से सटे पंजाब, दिल्ली और राजस्थान से ही भी बीजेपी पक्ष में महौल न होने के कारण लगातार पार्टी प्रदेश को लेकर सोच-विचार में लगी हुई है। खट्टर सरकार को लेकर कई मोर्चों पर विपक्ष हमलावर है।
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इसके अलावा झारखंड में लगातार कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ आने की बातें चल रही हैं। ऐसा होता है कि यहां भी समीकरण वैसे ही बन जाएंगे जैसे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ आने से बने हुए हैं।
ऐसे में बीजेपी की चुनौतियां त्रीस्तरीय बढ़ गई हैं। सबसे पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सेमीफाइनल होने हैं। इन तीनों प्रदेशों में बीजेपी पर सत्ता बचाने की चुनौती है। इसके बाद लोकसभा चुनाव 2019 में जिस तरह से पूरा विपक्ष इकट्ठा हो रहा है उससे निपटना है। इसके बाद फिर से तीन बड़े राज्यों में टकराने से बेहतर बीजेपी हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनावों के साथ ही करा लेना चाहती है।