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लॉकडाउन: महाराष्ट्र से झारखंड जा रहे 40 वर्षीय श्रमिक की बिलासपुर में मौत

By भाषा | Updated: May 6, 2020 20:10 IST

सिम्स अस्पताल की जनसंपर्क अधिकारी और कोरोना वार्ड की प्रभारी डॉक्टर आरती पांडेय ने बताया कि बीते रविवार की रात करीब एक बजे बिलासपुर-रायपुर मार्ग से एक एंबुलेंस (108) की मदद से झारखंड के श्रमिक सिम्स पहुंचे थे।

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ठळक मुद्देडॉक्टर ने कहा कि रवि मुंडा नाम के श्रमिक की हालत काफी खराब थी और वह डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) सहित अनेक बीमारियों का शिकार था।सिम्स प्रबंधन ने रवि मुंडा का कोरोना टेस्ट किया तो जांच में रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

बिलासपुर: महाराष्ट्र के नागपुर जिले से झारखंड जा रहे एक श्रमिक की बिलासपुर के अस्पताल में मौत होने के बाद परिवार की सहमति से एक सामाजिक संस्था के सहयोग से उसका अंतिम संस्कार यहीं कर दिया गया। बिलासपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि नागपुर (महाराष्ट्र) से झारखंड जा रहे एक श्रमिक रवि मुंडा (40) की बिलासपुर के छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में मौत हो गई है।

उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह शहर के एक सामाजिक संस्था ने उसका अंतिम संस्कार किया। सिम्स अस्पताल की जनसंपर्क अधिकारी और कोरोना वार्ड की प्रभारी डॉक्टर आरती पांडेय ने बताया कि बीते रविवार की रात करीब एक बजे बिलासपुर-रायपुर मार्ग से एक एंबुलेंस (108) की मदद से झारखंड के आठ श्रमिक सिम्स पहुंचे थे।

पांडेय ने बताया कि इनमें से रवि मुंडा नाम के श्रमिक की हालत काफी खराब थी और वह डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) सहित अनेक बीमारियों का शिकार था। उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह करीब सवा सात बजे रवि के विभिन्न अंगों ने काम करना बंद कर दिया जिसके कारण उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया, ‘‘सिम्स प्रबंधन ने रवि मुंडा का नमूना लेकर कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए उसे एम्स, रायपुर भेजा था।

मंगलवार शाम उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई।’’ उन्होंने बताया कि रवि के परिजन के अनुरोध पर आज सुबह उसका शव अंतिम संस्कार के लिए सिम्स अस्पताल से बिलासपुर की सामाजिक संस्था पहल को सौंप दिया गया। पांडेय ने बताया कि रवि के साथ आए अन्य सात लोगों को भी रविवार की रात सिम्स में भर्ती किया गया था, सभी की हालत ठीक थी इसलिए उन्हें जिला प्रशासन की मदद से मंगलवार को ही एक बस से झारखंड भेज दिया गया।

बिलासपुर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि इस बात की जानकारी ली जा रही है कि श्रमिक नागपुर से बिलासपुर कैसे पहुंचे। अग्रवाल ने कहा कि संभवतः श्रमिक पैदल निकले हों और रास्ते में कुछ दूर तक किसी वाहन से लिफ्ट लेते हुए बिलासपुर के निकट पहुंच गए, शहर के निकट से ही रवि की तबीयत बिगड़ने पर उसे एंबुलेंस से सिम्स लाया गया था।

अग्रवाल ने बताया, ‘‘श्रमिकों में रवि का भाई भी शामिल था। उसी ने रवि का अंतिम संस्कार बिलासपुर में करने का अनुरोध किया था।’’ उन्होंने बताया कि बाद में वह भाई का शव अस्पताल में छोड़कर अन्य श्रमिकों के साथ झारखंड लौट गया। उन्होंने बताया कि पुलिस अन्य स्थानों से आने वाले श्रमिकों पर नजर रख रही है और उन्हें सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। 

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