लॉकडाउन में शराब की दुकानें खुली रखने पर हरियाणा सरकार की जमकर हुई आलोचना, अब लिया ये फैसला
By सुमित राय | Published: March 27, 2020 02:10 PM2020-03-27T14:10:49+5:302020-03-27T14:10:49+5:30
आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने कहा, 'शराब दुकानें खुली रखने के पीछे चिंता थी कि तीन हफ्ते तक ठेके बंद करने के लोग बाद जहरीले और कई बार जानलेवा नकली शराब के शिकार बन सकते हैं।'
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में 21 दिन के नेशनल लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन इसके बावजूद हरियाणा में शराब की दुकानें खुली हुई थी, लेकिन इसको लेकर हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी सरकार को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा।
अब हरियाणा सरकार ने राज्य में शराब की दुकानों को बंद करने के आदेश दे दिए हैं, जो गुरुवार रात 12 बचे से लागू हो गया है। अब हरियाणा में भी 14 अप्रैल तक शराब की दुकानें बंद रहेंगी। इससे पहले दिल्ली से सटे गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत समेत पूरे हरियाणा में शराब के ठेके दो दिन से खुले थे।
आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने कहा, 'सोच ये थी कि हफ्ते तक लोग घर में बंद रहेंगे तो शराब बंद ना की जाए। ये एक व्यावहारिक फैसला था। दुकानें खुली रखने के पीछे चिंता थी कि नियमित तौर पर शराब पीने वाले लोग तीन हफ्ते तक ठेके बंद करने के बाद जहरीले और कई बार जानलेवा नकली शराब के शिकार बन सकते हैं।'
इस बीच हरियाणा के पूर्व मंत्री और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने स्वास्थ्य संकट के दौरान शराब की दुकानें खुली रखने के लिए भाजपा-जेजेपी शासन की आलोचना की थी। उन्होंने कहा, 'सरकार ने दवा के बजाय दारू (शराब) को बढ़ावा दे रही है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।'
वहीं कांग्रेस नेता दीपेंदर सिंह हुड्डा ने भी शराब दुकान खुली रखने पर सवाल उठाया था और कहा था, 'प्रधानमंत्री की लॉकडाउन अपील का पूर्ण पालन करने के बदले हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी सरकार शराब के ठेकों को खोलकर जनता के स्वास्थ्य से खेल रही है।'
बता दें कि कोरोना वायरस दुनिया के साथ-साथ भारत में भी तेजी से फैल रहा है और अब तक देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 724 पहुंच गई है, जबकि इस महामारी से 17 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हरियाणा के पांच जिलों में 30 कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं।
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में 677 भारतीय हैं, जबकि 47 विदेशी नागरिक हैं। दुनियाभर में कोरोना की चपेट में 5.32 लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं और मरने वालों की संख्या 24 हजार को पार कर गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए मंगलवार (24 मार्च) को पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने बताया कि इस अवधि तक सड़क, रेल और हवाई सेवाएं स्थगित रहेंगी, लेकिन जरूरी सेवाओं की चीजें पहले की तरह ही चलती रहेंगी।
इसके बाद गृह मंत्रालय ने छह पन्नों का एक दिशानिर्देश जारी किया, जिसके मुताबिक रियायती मूल्य पर सामान देने वाले, खाने पीने के सामान, किराने की दुकान, सब्जी, फल, मांस, मछली और जानवरों के खाने के दुकानें खुली रहेंगी।