शेयरों के बाजार मूल्य में 60% की गिरावट के बावजूद अडानी समूह में LIC का बढ़ा निवेश, कांग्रेस ने कहा- जेपीसी जांच तो जरूरी
By अनिल शर्मा | Published: April 12, 2023 07:26 AM2023-04-12T07:26:26+5:302023-04-12T07:50:04+5:30
कांग्रेस महासचिव जय रमेश ने आरोप लगाया कि एलआईसी को प्रधानमंत्री के प्रिय व्यापारिक समूह को डूबने से बचाने के लिए अपने पॉलिसीधारकों के धन का उपयोग करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'इसे देखते हुए जेपीसी का गठन और भी आवश्यक और अपरिहार्य हो जाता है।'
नयी दिल्लीः कांग्रेस ने अडानी समूह में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की हिस्सेदारी बढ़ने का दावा करते हुए मंगलवार को कहा कि इस स्थिति को देखते हुए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच जरूरी हो जाती है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि एलआईसी का इस्तेमाल अडानी समूह को उबारने के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि एलआईसी ने शेयरों (अडानी समूह के) का बाजार मूल्य लगभग 60 प्रतिशत गिरावट के बावजूद इस साल जनवरी और मार्च के बीच अडानी एंटरप्राइजेज के 3.75 लाख करोड़ शेयर खरीदे।
अमेरिकी संस्था ‘हिंडेनबर्ग रिसर्च’ की कुछ सप्ताह पहले आई रिपोर्ट में अडानी समूह पर अनियमितता के आरोप लगाए गए थे और इसके बाद से कांग्रेस इस कारोबारी समूह पर लगातार हमले कर रही है। अडानी समूह ने सभी आरोपों को निराधार बताया था।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया, 'एलआईसी ने जनवरी से मार्च 2023 में अडानी के 3.75 लाख शेयर खरीदे ! देश के करोड़ों लोग अपने जीवन की जमा-पूंजी एलआईसी में लगाते हैं ताकि उनको आर्थिक परेशानियों का सामना करने में मदद मिले।' उन्होंने कहा, 'नरेन्द्र मोदी जी ने लोगों की मुसीबत में काम आने वाला पैसा अडानी की भलाई के लिए क्यों लगाया ? जवाब =जेपीसी।'
वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा, 'जून 2021 के अंत में एलआईसी की अडानी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों में से एक कंपनी, अडानी एंटरप्राइजेज में 1.32 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। 18 महीनों के भीतर, दिसंबर 2022 के अंत तक, अडानी एंटरप्राइजेज में एलआईसी की हिस्सेदारी बढ़कर 4.23 प्रतिशत तक पहुंच गई थी।'
उन्होंने दावा किया, 'अब यह पता चला है कि मार्च 2023 के अंत तक अडानी एंटरप्राइजेज में एलआईसी की हिस्सेदारी और भी बढ़कर 4.26 प्रतिशत हो गई थी। यह वृद्धि ऐसे समय में हुई, जब अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर का बाजार मूल्य लगभग 60 प्रतिशत गिर गया था। एलआईसी ने जनवरी-मार्च 2023 की तिमाही के दौरान अडानी एंटरप्राइजेज में 3.75 लाख शेयर खरीदे।'
रमेश ने आरोप लगाया कि एलआईसी को प्रधानमंत्री के प्रिय व्यापारिक समूह को डूबने से बचाने के लिए अपने पॉलिसीधारकों के धन का उपयोग करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'इसे देखते हुए जेपीसी का गठन और भी आवश्यक और अपरिहार्य हो जाता है।'
भाषा इनपुट के साथ