रेलवे के कोविड देखभाल कोच का कम इस्तेमाल अच्छी निशानी: अधिकारी
By भाषा | Published: July 24, 2020 05:35 AM2020-07-24T05:35:42+5:302020-07-24T05:35:42+5:30
स्वास्थ्य मंत्रालय के एसओपी में कहा गया है कि रेलवे कोचों का इस्तेमाल तभी किया जाए जब राज्य सरकार की सुविधाएं कम पड़ रही हों।
नयी दिल्ली: रेलवे के कोविड देखभाल कोच का कम इस्तेमाल होना ‘‘एक अच्छा संकेत’ है। यह बात बृहस्पतिवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने कही और कहा कि इसका मतलब है कि राज्य सरकारों के पास महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त सुविधाएं हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एक दिन में सर्वाधिक 45,720 मामले सामने आने के साथ भारत में कोविड-19 के आंकड़े बृहस्पतिवार को 12 लाख से अधिक हो गए, जबकि बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या 29,861 हो गई है। पिछले 24 घंटे में 1129 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में कोविड-19 के मामले तीन दिन पहले 11 लाख हुए थे जो अब 12 लाख से अधिक हो गए हैं।
रेलवे ने अभी तक करीब 5000 गैर वातानुकूलित कोच को कोविड देखभाल केंद्रों में तब्दील किया है और उसने उनमें से 12,472 बिस्तरों वाले 813 कोच में से दिल्ली में 503, उत्तरप्रदेश में 270 और बिहार में 40 कोच तैनात किए हैं। इन केंद्रों में अभी तक करीब 250 रोगियों को भर्ती कराया गया है और उनमें से अधिक को छुट्टी दे दी गई है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने कहा, ‘‘इन कोचों का इस्तेमाल कम है क्योंकि स्वास्थ्य मंत्रालय के एसओपी में कहा गया है कि इनका इस्तेमाल तभी किया जाए जब राज्य सरकार की सुविधाएं कम पड़ रही हों।
मेरा मानना है कि यह अच्छा संकेत है कि उनका इस्तेमाल कम हो रहा है क्योंकि मामलों की संख्या कम होती जा रही है और राज्यों के पास कोरोना वायरस पर नियंत्रण की सुविधाएं पर्याप्त हैं।’’