लखीमपुर खीरी और बहराइच पहुंचे विपक्षी दलों के नेता: मृतक किसानों के परिवारों से की मुलाकात

By भाषा | Updated: October 7, 2021 23:26 IST2021-10-07T23:26:30+5:302021-10-07T23:26:30+5:30

Leaders of opposition parties reached Lakhimpur Kheri and Bahraich: Meeting the families of the deceased farmers | लखीमपुर खीरी और बहराइच पहुंचे विपक्षी दलों के नेता: मृतक किसानों के परिवारों से की मुलाकात

लखीमपुर खीरी और बहराइच पहुंचे विपक्षी दलों के नेता: मृतक किसानों के परिवारों से की मुलाकात

लखीमपुर खीरी/बहराइच (उत्तर प्रदेश), सात अक्टूबर लखीमपुर खीरी कांड में स्थानीय तथा बहराइच जिले के कुल चार किसानों की मौत के बाद बृहस्पतिवार को विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं के दौरों के कारण इन जिलों में खासी गहमागहमी रही।

राज्य सरकार से इजाजत मिलने के बाद बुधवार को कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी वाद्रा और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने दौरा किया। इसके बाद बृहस्पतिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने लखीमपुर खीरी का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इसके अलावा प्रियंका ने बृहस्पतिवार को बहराइच का दौरा किया और मृतक किसानों के परिजन को सांत्वना दी।

राज्य के आसन्न विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच लखीमपुर खीरी पिछले रविवार को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद भाजपा विरोधी दलों की सरगर्म गतिविधियों का केंद्र बन गया है।

प्रियंका गांधी को लगभग तीन दिनों तक हिरासत में रखे जाने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जोरदार प्रदर्शन के कारण पार्टी ने काफी सुर्खियां बटोरीं। बृहस्पतिवार को भी कांग्रेस की गतिविधियां जारी रहीं और दल के वरिष्ठ नेता एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत तथा कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने लखीमपुर जाने की कोशिश की। हालांकि दोनों को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया। सिद्धू सहित कांग्रेस की पंजाब इकाई के कई नेताओं को बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के एक पुलिस थाने में हिरासत में लिये जाने के कुछ घंटे बाद लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दे दी गई।

इस बीच, प्रियंका ने बहराइच जाकर लखीमपुर कांड में मारे गए किसानों गुरविंदर सिंह और दलजीत सिंह के परिजन से मुलाकात की और संवाददाताओं से बातचीत में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी तथा लखीमपुर कांड मामले के मुख्य आरोपी एवं उनके बेटे आशीष की गिरफ्तारी की मांग की।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अजय मिश्रा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं करके यह संदेश दे रहे हैं कि अगर कोई मंत्री या नेता भाजपा में है तो वह कुछ भी कर सकता है और उनकी सरकार में दबे-कुचले लोगों और गरीबों के लिए न्याय की कोई गुंजाइश नहीं है।

प्रियंका ने राज्य सरकार द्वारा मामले की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश प्रदीप कुमार श्रीवास्तव की अगुवाई में एकल आयोग गठित किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए मांग की कि मामले की तफ्तीश उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के किसी सेवारत न्यायाधीश से कराई जानी चाहिए।

प्रियंका ने लखीमपुर कांड में मारे गए कुल आठ लोगों में से पांच लोगों के परिजन से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वह वारदात में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजन से भी मिलना चाहती थीं लेकिन उनके परिजन से मिलने से इनकार कर दिया।

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी लखीमपुर खीरी पहुंचकर मृतक किसानों के परिवारों तथा वारदात में मारे गए पत्रकार के परिजन से मुलाकात की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता होने की वजह से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है।

उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश की भाजपा सरकार ने पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं दिलाया तो 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद सपा की सरकार बनने पर उन्हें इंसाफ दिलाया जाएगा। अखिलेश शुक्रवार को बहराइच जाकर मृतक किसानों के परिजन से मुलाकात करेंगे।

उच्चतम न्यायालय द्वारा बृहस्पतिवार को लखीमपुर खीरी मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिए जाने के बीच बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट किया कि अब पीड़ितों को न्याय मिलने की उम्मीद जागी है और इस मामले में भाजपा सरकार का रवैया अभी तक पक्षपातपूर्ण ही रहा है।

उन्होंने कहा कि बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की अगुवाई में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि उन परिवारों में इस बात को लेकर अब भी काफी गुस्सा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा तथा कुछ अन्य प्रभावशाली लोगों की वजह से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है।

गौरतलब है कि गत रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के किसानों द्वारा विरोध के दौरान भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष तथा कई अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

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