कानून-व्यवस्था की विफलता से हुई जहांगीरपुरी हिंसा- बोलें मौलाना महमूद मदनी, कहा भड़काऊ नारे और हथियारों के प्रदर्शन करने वाले की हो गिरफ्तारी
By आजाद खान | Published: April 20, 2022 07:32 AM2022-04-20T07:32:09+5:302022-04-20T08:42:35+5:30
आपको बता दें कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद और मौलाना मदनी के कहने पर मंगलवार को पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जहांगीरपुरी के प्रभावित इलाके का जायजा किया था। इस पर मौलाना का यह बयान सामने आया है।
Jahangirpuri Violence: जहांगीरपुरी हिंसा पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद (महमूद मदनी समूह) के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी का बयान सामने आया है। उन्होंने मंगलवार को इस हिंसा पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि भड़काऊ नारे लगाने और हथियारों का प्रदर्शन करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की है। मौलाना महमूद मदनी ने यह भी कहा है कि यह हिंसा कानून-व्यवस्था की विफलता के कारण हुई है और उन्होंने इस पर निष्पक्ष रूप से जांच की मांग की है। आपको बता दें कि मंगलवार को मौलाना मदनी के कहने पर जमीयत के तरफ से पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल घटना पर पहुंची थी और वहां के हालात का जायजा लिया था। प्रतिनिधिमंडल के जायजे पर ही मौलाना मदनी ने यह बयान दिया है।
जहांगीरपुरी हिंसा पर क्या बोलें मौलाना मदनी
मौलाना महमूद मदनी ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा है कि जो भी जांच एजेंसियां इस मामले की जांच करेंगी, उन्हें पूरे ईमानदारी से इसकी जांच कर अपनी जिम्मेदारी को पूरा करना होगा। उन्होंने यह कहा कि जांच के दौरान एजेंसियों को पूरे तह तक पहुंचनी चाहिए और मामले में सही जांच होनी चाहिए। मौलाना मदनी ने इस बात पर भी जोर दिया कि जो लोग या ग्रुप भड़काऊ नारे लगाते है और गैर कानूनी तरीके से हथियारों का प्रदर्शन करते हैं, उनकी धरपकड़ और गिरफ्तारी की भी जरूरत है।
राज्यसभा के पूर्व सदस्य मदनी ने यह भी दावा किया कि शनिवार को जहांगीरपुरी में सुबह से इस तरह की गतिविधियां हुई जिसे रोकने में पुलिस नकामयाब रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस
धार्मिक जुलूस में शामिल अराजक तत्वों पर काबू नहीं पा सकी जिससे यह घटना हुई है जो काफी निंदनीय है।
आपत्तिजनक नारे के लगने से यह पथराव हुआ
स्थानीय लोगों से बातचीत पर जमीयत ने यह दावा किया है कि जुलूस के दिन शाम में जब तीसरी बार धार्मिक जुलूस हुसैन चौक होते हुए प्रभावित इलाके में पहुंचा तो यहां पर मुस्लिमों पर कथित रूप से आपत्तिनजक नारे लगे जिससे इलाके का महौल बिगड़ा और फिर दोनों पक्षों की ओर से पथराव हुआ है। जमीयत ने यह भी कहा कि धार्मिक जुलूस में लोगों के हाथों में हथियार था। आपको बता दें कि जमीयत के तरफ से गए प्रतिनिधिमंडल के लोगों ने मामले में गिरफ्तार लोगों के परिवार वालों से भी मिले हैं।