Shaheen Bagh: कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा- यह CAA का विरोध नहीं, बल्कि पीएम मोदी का विरोध है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 27, 2020 01:01 PM2020-01-27T13:01:12+5:302020-01-27T13:19:21+5:30
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह विरोध CAA का नहीं है, ये नरेन्द्र मोदी जी का विरोध है। हमने बार-बार बताया कि नागरिकता संशोधन विधेयक किसी कि नागरिकता नहीं छिनता। उ
नागरिकता संशोधन कानून (CAA)को लेकर दिल्ली के शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को लेकर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उन्होंने कहा कि यह विरोध CAA का नहीं है, ये नरेन्द्र मोदी जी का विरोध है। हमने बार-बार बताया कि नागरिकता संशोधन विधेयक किसी कि नागरिकता नहीं छिनता। उन्होंने कहा कि इस देश का हर मुस्लिम नागरिक इज्जत के साथ इस देश में रहता है और रहेगा।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, केजरीवाल खामोश हैं, लेकिन उनके लोग खूब बोल रहे हैं। मनीष सिसोदिया बोलते हैं हम शाहीन बाग के साथ हैं। कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और मणिशंकर अय्यर वहां जाकर क्या-क्या बोले हैं वो आप जानते हैं।
Union Minister & BJP leader Ravi Shankar Prasad: Shaheen Bagh is not an area anymore, it is an idea, where the Indian flag is being used as a cover for the people who want to divide the country, it is being supported by tukde-tukde gang. #CitizenshipAmendmentActpic.twitter.com/U5YzALGJYy
— ANI (@ANI) January 27, 2020
रविशंकर का कांग्रेस पर हमला
कानून मंत्री ने कहा कि आजकल कांग्रेस के नेताओं का पाकिस्तान प्रेम बहुत कौतुहल का विषय बना हुआ है। मणिशंकर अय्यर जाएंगे तो अपने सारे विचार पाकिस्तान में रखेंगे, उनके दूसरे मित्र कभी हिंदू-पाकिस्तान तो कभी जिन्ना। मैं कांग्रेस के लोगों को एक बात साफ-साफ कहना चाहता हूं कि अब इस देश बंटवारा होने नहीं दिया जाएगा।
अगर कोई ऐसा करेगा तो उसके खिलाफ शख्त कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली चुनाव को लेकर केजरीवाल पर साधा निशाना
वहीं, रविशंकरक प्रसाद ने केजरीवाल पर हमला किया। कानून मंत्री ने कहा केजरीवाल, सिसोदिया शाहीन बाग वालों के साथ खड़े हैं। लेकिन उन लाखों लोगों की शांत आवाज उनको क्यों नहीं सुनाई देती? जिनके बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहें, लोग दफ्तर नहीं जा पा रहें? दुकाने बंद हैं, एंबुलेंस नहीं निकल सकती। ये हैं बड़े सवाल
उन्होंने कहा कि ये कैसा हिंदुस्तान हम बनाना चाहते हैं? ये कैसी दिल्ली हम बनाना चाहते हैं? दिल्ली में कुछ लोग होंगे टुकड़े-टुकड़े के नाम पर अपनी आवाज बुलंद करेंगे। क्या दिल्ली में ऐसे लोगों को जगह मिलनी चाहिए जो असम को भारत से काटने की बात करेंगे?