Birthday Special: 'भप्प', 'बुड़बक' के अलावा लालू प्रसाद का वो अंदाज, जो सोशल मीडिया पर खूब इस्तेमाल होता है
By भारती द्विवेदी | Published: June 11, 2018 11:04 AM2018-06-11T11:04:11+5:302018-06-11T11:04:11+5:30
एक ऐसा नेता जिसके जीवन के कई पहलू हैं। जीवन एक पहलू यानी की शुरुआती जीवन- पढ़ाई, छात्र नेता, जेपी आंदोलन, संघर्ष को मिला दें तो लालू गरीबों के मसीहा कहलाते हैं। दूसरे पहलू में लोगों के हिसाब से लालू 90 के दशक के वो विलेन हैं, जिसने बिहार को बर्बाद कर दिया।
देश में जब भी ऐसे नेताओं की लिस्ट बनेगी, जिनके व्यक्तित्व का असर राजनीति और जनता में पड़ा है, तो वो लिस्ट ‘गरीबों के मसीहा’ कहे जाने वाले लालू प्रसाद यादव के बिना पूरी नहीं हो सकती है। इसके कई कारण हैं। एक ऐसा नेता जिसके जीवन के कई पहलू हैं। जीवन के एक पहलू यानी शुरुआती जीवन- पढ़ाई, छात्र नेता, जेपी आंदोलन, संघर्ष को मिला दें तो लालू गरीबों के मसीहा कहलाते हैं। दूसरे पहलू में लोगों के हिसाब से लालू 90 के दशक के वो विलेन हैं, जिसने बिहार को बर्बाद कर दिया। एक छवि सफल रेलमंत्री की भी है, वो भी तब जब बिहार इनके शासन में 'जंगलराज' के नाम से चर्चित हो रहा था। इन सबके अलावा लालू प्रसाद यादव की एक और पहचान है, जो उन्हें देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर करता है, वो है उनकी हास्य छवि। 11 जून 1948 में पैदा हुए लालू प्रसाद आज 71 साल के हो गए हैं। तो उनके जन्मदिन के मौक पर उनकी वो बातें, जिसे सुन और देख दुनिया अपनी हंसी रोक नहीं पाई।
दे देंगे मुक्का नाच कर गिर जाओगे:
अगर आप सोशल मीडिया इस्तेमाल करते हैं तो इस लाइन से जरूर वाकिफ होंगे। मीम, फोटो कैप्शन के तौर पर इस्तेमाल होने वाले इस 'कालजयी' लाइन के जनक हैं लालू प्रसाद यादव। दरअसल पिछले साल रिपब्लिक टीवी ने लालू और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को लेकर एक एक्सक्लूसिव टेप चलाया था और दावा किया था कि दोनों की बात होती है। जबकि शहाबुद्दीन जेल में बंद है। अपने एक्सक्लूसिव टेप को लेकर जब रिपब्लिक टीवी के रिपोर्टर ने लालू यादव से सवाल किया तो गुस्साए लालू ने ऑन कैमरा और पूरी भीड़ के सामने रिपोर्टर पर गुस्सा होते हुए कहा था- ‘दे देंगे दो मुक्का, नाच कर गिर जाओगे।’
'भप्प' 'धत बुड़बक' जैसे देसी शब्दों को फेसम कर दिया:
सोशल मीडिया, कॉमेडी शो या दोस्तों के बीच इस्तेमाल होने वाले इन दोनों ही ठेठ देसी शब्दों को मशहूर करने का भी श्रेय लालू प्रसाद को ही जाता है। लालू जब किसी को डांटते-डपते हैं तो वो ठेठ देसी अंदाज में इनदोनों ही शब्दों का खूब प्रयोग करते हैं। लालू ने जब इन शब्दों का इस्तेमाल किया था, तब उनका गुस्सा था। लेकिन उनके कहने का जो अंदाज है, वो लोगों को खूब पसंद आया। ये दोनों ही शब्द काफी वायरल हुए। लोग दोस्तों से मजाकिया अंदाज में 'भप्प', 'बुड़बक' का इस्तेमाल करने लगे। सोशल मीडिया पर लालू द्वारा इस्तेमाल इनदोनों ही शब्दों पर खूब मीम बनते हैं।
जब पीएम मोदी की नकल उतार वायरल हुए:
साल 2015 का बिहार विधानसभा चुनाव। जहां एक तरफ मोदी लहर थी। वहीं दूसरी तरफ मोदी लहर को रोकने के लिए बिहार में नीतीश-लालू का महागठबंधन। उन दो लोगों का गठबंधन जो की सालों से एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। 18 अगस्त 2015 में पीएम मोदी चुनाव प्रचार के लिए आरा पहुंचे थे। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने बिहार को सवा लाख करोड़ का पैकेज देने का वादा किया था। लेकिन जिस अंदाज में किया था, उसकी जमकर आलोचना हुई थी। एक रैली के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए लालू ने पीएम मोदी की नकल उतारी। लालू का वो वोडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।
जब तक रहेगा समोसे में आलू, बिहार में रहेगा लालू:
लालू प्रसाद द्वारा कहा गया ये जुमला बेहद पॉपुलर है। लालू बिहार के राजनीति में कितनी अहमियत रखते हैं इस बात का अंदाज सबको है। उनके विरोधियों को भी। लालू के बारे में कहा जाता है कि वो कभी खत्म नहीं होते हैं। तमाम घोटालों, आरोपों के बाद जब भी उनके राजनैतिक करियर का ढलान शुरू होता है। अगली बार वो फिर तेजी से उभरते हैं। शायद लालू को भी अपनी इस ताकत का एहसास है। तभी उन्होंने अपनी तुलना आलू से करते हुए ये जुमला कहा था- ‘जब तक रहेगा समोसे में आलू, तब तक रहेगा बिहार में लालू।’
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर के सब्सक्राइब करें!