नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधीलद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन गतिरोध को लेकर पिछले कुछ दिनों से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से जवाब मांग रहे हैं। राहुल गांधी पूछ रहे हैं कि क्या चीन ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है? राहुल गांधी के इन प्रश्नों का जवाब लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने जवाब दिया है। जामयांग सेरिंग नामग्याल ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि राहुल गांधी और कांग्रेस तथ्यों पर आधारित मेरे जवाब से सहमत होंगे और उम्मीद है कि वो फिर गुमराह करने की कोशिश नहीं करेंगे।'
जवाब में सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ट्वीट में शेयर की गई टैक्स डॉक्यूमेंट में लिखा, "हां'' चीन ने नीचे दी गई जानकारी के मुताबिक भारतीय क्षेत्र पर कब्जा किया है।''
सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने इसके बाद कांग्रेस के शासनकाल में चीन द्वारा कब्जा किए गए भारत क्षेत्र के बारे में बताया।
सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने लिखा,
- कांग्रेस के शासनकाल में 1962 में अक्साई चिन (37,244 वर्ग किलोमीटर)-यूपीए के शासनकाल में 2008 तक चुमूर इलाके में टिया पांगनाक और चाबजी घाटी (250 मीटर लम्बाई)
- यूपीए के शासनकाल के दौरान 2008 में डेमजोक में जोरावर किले को खत्म कर दिया गया। 2012 में PLA का ऑब्जर्विंग प्वाइंट लगाया गया। सीमेंट से 13 घर बनाकर चीनी, न्यू डेमजोक, कॉलोनी बनाई गई।
- यूपीए के शासनकाल के दौरान 2008-09 में डेमजोक और डूंगती के बीच भारत ने डूम चेली (प्राचीन व्यापारिक प्वाइंट) को भी खो दिया था।
राहुल गांधी ने आज फिर बोला हमला- चीनी हमारी सीमा में दाखिल हो गए और प्रधानमंत्री खामोश हैं
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गतिरोध को लेकर बुधवार (10 जून) को दावा किया कि चीन के सैनिक भारतीय सीमा में दाखिल हो गए लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खामोश हैं और कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ''लद्दाख में चीनी हमारे क्षेत्र में दाखिल हो गए। इस बीच, प्रधानमंत्री पूरी तरह खामोश हैं और कहीं नजर नहीं आ रहे।''
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शायरी के द्वारा भारत-चीन सीमा के हालातों पर तंज कसा था। गृह मंत्री अमित शाह के एक भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था- ''सब को मालूम है 'सीमा' की हकीकत लेकिन, दिल के खुश रखने को, 'शाह-यद' ये ख़्याल अच्छा है।'
भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पैंगोंग त्सो इलाके में पांच मई को हिंसक झड़प हुई थी जिसके बाद से दोनों पक्ष वहां आमने-सामने थे और गतिरोध बरकरार था। यह 2017 के डोकलाम घटनाक्रम के बाद सबसे बड़ा सैन्य गतिरोध बन गया था।