कूनो राष्ट्रीय उद्यान स्वागत के लिए तैयार, दक्षिण अफ्रीका से भारत पहुंचे 12 चीते
By अंजली चौहान | Published: February 18, 2023 11:35 AM2023-02-18T11:35:14+5:302023-02-18T11:41:13+5:30
दक्षिण अफ्रीका से लाए गए इन 12 चीतों में से पांच मादा और सात नर चीते हैं।
भोपाल: भारत आज दक्षिण अफ्रीका से लाए जा रहे चीतों के स्वागत के लिए इंतजार कर रहा है। नामीबिया से आठ चीतों को लाए जाने ते महीनों बाद, मध्य प्रदेश का कुनो नेशनल पार्क शनिवार को फिर से दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीजों का स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा चीतों को उनके बाड़ों में छोड़ा जाएगा।
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर कार्गो विमान दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को लेकर आया गया है। विमान ग्वालियर हवाई अड्डे पर उतारा गया है। जहां से उन्हें कूनो पार्क ले जाया जाएगा। इन चीतों को भारत में चीतों की आबादी को पुनर्जीवित करने की परियोजना के तहत लाया जा रहा है।
12 cheetahs from South Africa lands at MP's Gwalior Airport
— ANI Digital (@ani_digital) February 18, 2023
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यहां जानें इन 12 चीतों के बारे में सबकुछ
1- दक्षिण अफ्रीका से लाए गए इन 12 चीतों में से पांच मादा और सात नर चीते हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका ने साल 2022 में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया था, जिसके बाद चीतों को लाने की सहमति बनी थी।
2- ऐसा पहली बार है कि दक्षिण अफ्रीका चीतों की आबादी का विस्तार करने और स्तनधारियों को फिर से आबादी में लाने के लिए बारत अपने 12 चीतों को भेज रहा है।
3- चीतों का भारत में पूरा ख्याल रखने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। क्वारंटीन बाड़ों में 12 चीतों को रखने के लिए 10 क्वारंटीन बाड़े तैयार किए गए हैं। इनमें 8 नए और 2 पुराने क्वारंटीन बाड़ों को बदला गया है।
4- इन चीतों के लिए दो आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किए गए हैं। सभी क्वारंटीन बाड़ों में पूरी सुविधा के इंतजाम किए गए हैं। वहीं, कूनो में 20 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय चीता विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, पशु चिकित्सकों और वन अधिकारियों के साथ एक परामर्श कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
5- भारत में महत्वाकांक्षी चीता पुन: परिचय कार्यक्रम के तहत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 17 सितंबर को अपने 72वें जन्मदिन पर नामीबिया से कुनो में एक संगरोध बाड़े में पांच मादाओं सहित आठ चित्तीदार चिताओं को पहली बार छोड़ा था।