कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस को दी सलाह, कहा- 'उन्हें उस विचारधारा को करना होगा...'
By मनाली रस्तोगी | Published: August 4, 2022 05:20 PM2022-08-04T17:20:36+5:302022-08-04T17:23:11+5:30
हरियाणा के आदमपुर निर्वाचन क्षेत्र से चार बार के विधायक कुलदीप बिश्नोई अपनी पत्नी और दो बार की पूर्व विधायक रेणुका बिश्नोई और अपने समर्थकों के साथ भगवा खेमे में शामिल हो गए।
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व नेता कुलदीप बिश्नोई ने गुरुवार को सबसे पुरानी पार्टी से पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी द्वारा निर्धारित विचारधाराओं को पुनर्जीवित करने का आग्रह किया। बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस आत्म-विनाश की स्थिति में है। बता दें कि बिश्नोई ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामा है। उनके साथ उनकी पत्नी भी भाजपा में शामिल हुई हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कुलदीप बिश्नोई ने कहा, "मैं उन्हें सुझाव देना चाहता हूं कि इंदिरा जी और राजीव जी की कांग्रेस, उनकी विचारधारा कुछ ऐसी है जिससे पार्टी पूरी तरह से भटक गई है।" बिश्नोई ने कहा कि वह लंबे समय से भाजपा में शामिल होना चाहते थे, लेकिन उन्होंने इंतजार किया क्योंकि वह पुरानी पार्टी को एक और मौका देना चाहते थे क्योंकि वह हमेशा कांग्रेस के वफादार रहे हैं।
उन्होंने कहा, "लेकिन अगर कांग्रेस आत्म-विनाश की स्थिति में है तो कोई क्या कर सकता है?" बिश्नोई को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली में भाजपा कार्यालय में एक समारोह में औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल किया। कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओपी धनखड़ और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे। समारोह में हाल के राज्यसभा चुनावों का जिक्र करते हुए खट्टर ने कहा कि कैसे बिश्नोई ने भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा का समर्थन किया और कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार की हार का मार्ग प्रशस्त किया।
I wanted to join BJP for a long time now, still I wanted to give them one more chance as I had been a Congress man for a long time. But what can one do if Congress is in a self-destruction mode?: Kuldeep Bishnoi, after joining BJPpic.twitter.com/2RTHzxMqIc
— ANI (@ANI) August 4, 2022
बिश्नोई ने भगवा खेमे को पूर्ण प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया और कहा कि भाजपा से उनकी एकमात्र मांग अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए सम्मान है। इस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बिश्नोई के समर्थकों को भाजपा में उनकी वरिष्ठता के अनुसार उचित सम्मान और पद देने का वादा किया।
बिश्नोई के इस्तीफा देने के बाद हरियाणा विधानसभा ने बुधवार को आदमपुर सीट को खाली घोषित कर दिया, जिससे एक और उपचुनाव की जरूरत महसूस हुई। आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि बिश्नोई का इस्तीफा हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद यह सीट 3 अगस्त से खाली हो गई।