परिजनों से मुलाकात कराने के पीछे थे पाक के ना'पाक इरादे, जाधव की बूढ़ी मां ने कर दिया नाकाम!
By आदित्य द्विवेदी | Published: December 28, 2017 03:58 PM2017-12-28T15:58:59+5:302017-12-28T16:00:36+5:30
40 मिनट की मुलाकात में कुलभूषण जाधव पाकिस्तान के आरोपों की रट लगाए हुए थे। मां ने हिम्मत दिखाते हुए उन्हें टोका और कहा...
कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी से मुलाकात कराने के पीछे पाकिस्तान के मंसूबे ठीक नहीं थे। पाकिस्तान ने भले ही मानवीय आधार पर इस मुलाकात की अनुमति दी थी लेकिन इसके पीछे कुछ और साजिश कर रहा था। पाकिस्तान के बिछाए जाल में भारत आ भी जाता अगर जाधव की मां अवंति जाधव ने सूझ-बूझ से काम ना लिया होता। जाधव की मां ने पाकिस्तान के नापाक इरादों को नाकाम कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुलाकात के दौरान कुलभूषण जाधव बिल्कुल असहज थे। वो पाकिस्तान के आरोपों को तोते की तरह रट रहे थे। बात-चीत में उन्होंने जब पाकिस्तान की ओर से दायर चार्जशीट का जिक्र किया तो मां अवंति जाधव नाराज हो गई। उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए जाधव को टोका और कहा, 'तुम ऐसा क्यों कह रहे हो? तुम तो ईरान में व्यापार कर रहे थे, जहां से तुम्हारा अपहरण कर लिया गया। तुम्हें सच बताना चाहिए।'
पाकिस्तान ने इरादे की भनक उसी वक्त लग गई थी जब उसने सिर्फ पत्नी चेतना को वीजा दिया था लेकिन भारत के दबाव के बाद मां अवंति को भी मिलने की अनुमति दी गई। भारत को डर था कि परिजनों से बात-चीत का वीडियो रिकॉर्ड करके और उसके साथ छेड़छाड़ करके बदनाम करने की कोशिश की जा सकती है। लेकिन जाधव की मां ने समझदारी दिखाते हुए पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेर दिया। अवंति जाधव की मौजूदगी से चेतना को भी संबल मिला और इस तरह के माहौल में भी वो हिम्मत से पेश आई।
मुलाकात के दौरान कुलभूषण जाधव असहज दिख रहे थे। 22 महीने की कैद के बाद परिवार को देखने पर जाधव की ऐसी प्रतिक्रिया अपेक्षित नहीं थी। उनके बदले हुए व्यवहार पर मां और पत्नी को ऐतबार नहीं हो रहा था। पाकिस्तानी अधिकारियों की दबाव भरी निगरानी के बावजूद 70 साल की अवंति ने अपने बेटे को कहा कि वो पाकिस्तान आर्मी और आईएसआई की दी गई स्क्रिप्ट न पढ़े।
गुरुवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में बयान दिया और पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है। सुषमा स्वराज ने कड़े शब्दों में कहा कि पाक ने मानवता और सद्भावना के आधार पर मुलाकात की अनुमति दी थी लेकिन इस मुलाकात ने परिजनों के मानवाधिकार का ही उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बेअदबी की इससे बड़ी इंतेहा नहीं कर सकता। विपक्षी दलों ने भी एक सुर में सुषमा स्वराज के भाषण का समर्थन किया है।