झारखंड लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिये कोविड जांच और एक हफ्ते का पृथक—वास जरूरी
By भाषा | Published: May 5, 2021 05:13 PM2021-05-05T17:13:26+5:302021-05-05T17:13:26+5:30
रांची, पांच मई झारखंड में कोविड-19 के तेजी से बढ़ते संक्रमण और देश के विभिन्न हिस्सों से प्रदेश में बड़ी संख्या में लौट रहे प्रवासी श्रमिकों को रैपिड एंटीजन टेस्ट और एक सप्ताह के लिये पृथक—वास जरूरी कर दिया है । ।
झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की ओर से बुधवार को जारी अधिसूचना में बताया गया है कि पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति के चलते प्रदेश में बड़ी संख्या में श्रमिकों की वापसी हो रही है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण के तेजी से फैलने का खतरा है । इसमें कहा गया है कि इसे देखते हुये हुए राज्य सरकार ने प्रदेश आने वाले सभी प्रवासी श्रमिकों का कोरोना जांच करवाने का फैसला किया है।
अधिसूचना में कहा गया है कि जिन श्रमिकों का रैपिड टेस्ट निगेटिव आयेगा उन सभी को उनके जिलों में बनाये गये सरकारी केन्द्रों पर सात दिनों के लिए पृथक—वास किया जायेगा।
इसमें कहा गया है कि सात दिनों के बाद उनका एक बार फिर रैपिड कोविड टेस्ट किया जायेगा और रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उन्हें उनके गांव में जाने की अनुमति दी जायेगी।
इसके अलावा जिन श्रमिकों का एक भी रैपिड कोविड टेस्ट पाजिटिव आयेगा उनका इलाज वगैरह स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों के अनुरूप कराया जायेगा जिसके बाद ही वह भी अपने गांव जा सकेंगे।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।