कावड़ यात्रा के दौरान होगा कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन : स्वास्थ्य मंत्री
By भाषा | Published: July 15, 2021 08:55 PM2021-07-15T20:55:59+5:302021-07-15T20:55:59+5:30
लखनऊ, 15 जुलाई उत्तर प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने बृहस्पतिवार को कहा कि आगामी 25 जुलाई को राज्य में शुरू हो रही कांवड़ यात्रा में कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ-साथ इस मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए जाने वाले दिशानिर्देशों का भी सख्ती से पालन किया जाएगा।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, "हर साल निकाली जाने वाली कावड़ यात्रा के लिए इस वक्त जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करके तैयारियां की जा रही हैं। इस यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा।"
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने कोविड-19 महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा निकालने की अनुमति देने की खबर का स्वत: संज्ञान लिया है और इस मामले पर राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र से भी जवाब- तलब किया है।
मंत्री ने बताया कि कावड़ यात्रा के दौरान इंफ्रारेड थर्मामीटर के जरिए सभी कांवड़ यात्रियों के शरीर के तापमान की जांच करने के साथ-साथ अन्य तमाम एहतियात बरती जाएंगी। ऐसे प्रयास किए जाएंगे कि कावड़ यात्रा में कम से कम संख्या में लोग शामिल हों और उन सभी का टीकाकरण हो चुका हो। यह भी कोशिश होगी कि लोग मंदिरों में इकट्ठा ना हो।
कावड़ यात्रा निकालने के सरकार के आदेश पर उच्चतम न्यायालय द्वारा संज्ञान लिए जाने के बारे में पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "कल सुनवाई के दौरान जो भी दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे उन पर हम विचार करेंगे।"
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा की इजाजत देने के मामले में उच्चतम न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लिया है। न्यायमूर्ति आर. एफ. नरीमन की पीठ ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 16 जुलाई को होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले हफ्ते कांवड़ यात्रा की सुरक्षा और तैयारियों का जायजा लेने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
श्रावण माह शुरू होने के साथ ही निकाली जाने वाली कांवड़ यात्रा हर साल अगस्त के पहले सप्ताह तक चलती है और इस दौरान उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों से लाखों की संख्या में शिवभक्त गंगा जल लेने उत्तराखंड स्थित हरिद्वार आते हैं। इस गंगा जल से वे अपने गांवों के शिवालयों में भगवान शिव का अभिषेक करते हैं ।
कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने इस साल भी कावड़ यात्रा निकालने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है।
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