कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि वह बदले की राजनीति में विश्वास नहीं करतीं, अन्यथा राज्य की सत्ता संभालने के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कुछ नेताओं को जेल भेजने के लिए उनके पास पर्याप्त आधार थे।
तृणमूल कांग्रेस के मुखपत्र 'जागो बांग्ला' के त्योहारी संस्करण का विमोचन करते हुए बनर्जी ने सोशल मीडिया के जरिये ट्रोलिंग किये जाने का भी जिक्र किया और आरोप लगाया कि प्रदेश के बारे में दुष्प्रचार फैलाने के लिए बाहरी लोगों को इस्तेमाल किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं दिल्ली जाती हूं तो कई बार मुझे शर्मिंदगी महसूस होती है जब यह पता चलता है कि कैसे कुछ लोग बंगाल को बदनाम करने के लिए झूठ फैला रहे हैं और कैसे वे राज्य को बदनाम करते हैं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग उनकी सरकार को मिली मान्यता और उसकी उपलब्धियों को पचा नहीं पा रहे हैं।
विपक्षी माकपा पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि वह बदले की राजनीति में विश्वास नहीं करती हैं। उन्होंने कहा, ‘ तृणमूल में सभी बुरे हैं और आपकी पार्टी (माकपा) के सभी लोग अच्छे हैं? आंखों पर इतनी भी पट्टी बांध कर मत रखिए।’’
बनर्जी ने कोलकाता के महापौर को सड़क, उद्यान का नाम प्रणब मुखर्जी के नाम पर रखने को कहा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कोलकाता के महापौर फिरहाद हकीम को शहर में एक सड़क और एक उद्यान का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के नाम पर रखने का निर्देश दिया। दक्षिण कोलकाता के चेटला अग्रणी दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन करते हुए बनर्जी ने मुखर्जी को याद किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं बॉबी (फिरहाद हकीम) को एक छोटे उद्यान तथा एक सड़क का नाम प्रणब मुखर्जी की स्मृति में (उनके नाम पर) रखने को कहा है, भले ही सड़क छोटी क्यों न हो।’’ उन्होंने गायिका संध्या मुखोपाध्याय, द्विजेन मुखोपाध्याय और निर्मला मिश्रा को भी याद किया तथा महापौर को उनके नामों पर भी सड़कों एवं उद्यानों का नाम रखने को कहा। बनर्जी ने कहा कि इस साल दुर्गा पूजा त्योहार के नाम पर दो विशिष्ट बातें हैं: यूनेस्को द्वारा अस्पृश्य सांस्कृतिक धरोहर का तमगा और यात्रा लेखकों के वैश्विक संगठन द्वारा संस्कृति के लिए श्रेष्ठ गंतव्य का तमगा।