किरेन रिजिजू ने कहा, "कांग्रेस ने राहुल गांधी के लिए संसद में गिरोहबंदी की, लोकतंत्र का अपमान किया"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 6, 2023 04:43 PM2023-04-06T16:43:17+5:302023-04-06T16:48:02+5:30
कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस के तीरंगा मार्च पर कहा कि कांग्रेस और उनके गिरोह के सदस्य केवल एक शख्स को बचाने के लिए संसद को बाधित कर रहे हैं। यह बेहद शर्मनाक है कि संसद का पूरा बजट सत्र राहुल गांधी की भेट चढ़ गया।
दिल्ली: केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के सांसद द्वारा संसद में काले कपड़े पहन कर आने और सदन की कार्रवाई को बाधित करने के लिए जमकर आलोचना की। केंद्रीय मंत्री रिरिजू ने कहा कि संसद के बजट सत्र का आखिरी दिन भी कांग्रेसी और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे की भेंट चढ़ गया।
राज्यसभा के नेता सदन पीयूष गोयल और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की मौजूदगी में कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस और उनका गिरोह केवल एक शख्स के लिए संसद को बाधित कर रहे हैं। यह बेहद शर्मनाक है कि पूरा संसद सत्र राहुल गांधी की भेट चढ़ गया।
उन्होंने कहा , "कांग्रेस को संसद के आखिरी दिन भी चैन नहीं आया। उसने और अन्य विपक्षियों सदस्यों ने सदन को बाधित किया। काले कपड़े पहनकर संसद में आना और हंगामा करना संसद ही नहीं देश का लोकतंत्र का अपमान करना है।"
कानून मंत्री ने कहा, "यह संसदीय लोकतंत्र के लिए और इस देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। हम चाहते हैं कि संसद की गरिमा बनी रहे लेकिन कांग्रेस और उसके समर्थक अन्य दलों के सदस्य राहुल गांधी के लिए सदन में क्या कर रहे हैं, इसे न केवल हम बल्कि पूरा देश देख रहा है।"
रिजिजू ने कहा, "केवल संसद की बात नहीं है, हमने देखा है कि किस तरह से कांग्रेस और उसका गिरोह अदालत पर दबाव बनाने के लिए सूरत कोर्ट पहुंचे थे ओर आज जिस तरह से तिरंगे की आड़ लेकर राहुल गांधी के पक्ष में जुलूस निकाला गया, वह बेहद निंदनीय है।"
मालूम हो कि संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी दलों ने कांग्रेस के साथ एकता दिखाते हुए तिंरगा मार्च निकाला और मोदी सरकार से अडानी विवाद पर संयुक्त संसदीय समिति बनाने की मांग को फिर से दोहराया। इसके लिए कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष ने गुरुवार को संसद भवन से लेकर विजय चौक तक 'तिरंगा मार्च' निकाला।
तिरंगा यात्रा के दौरान कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार के सामने सवाल खड़ा किया कि आखिर वो कौन सी विधा या युक्ति है, जिसके द्वारा उद्योगपति गौतम अडानी की संपत्ति महज दो से ढाई साल के बीच में बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये हो गई।