केआईआईएफबी विवाद : केरल के मंत्री ने कांग्रेस, भाजपा की निंदा की
By भाषा | Updated: November 16, 2020 19:55 IST2020-11-16T19:55:01+5:302020-11-16T19:55:01+5:30

केआईआईएफबी विवाद : केरल के मंत्री ने कांग्रेस, भाजपा की निंदा की
तिरुवनंतपुरम, 16 नवंबर केरल के वित्तमंत्री टीएम थॉमस इसाक ने सोमवार को केआईआईएफबी विवाद पर कांग्रेस और भाजपा की निंदा करते हुए कहा कि यह निवेश निकाय को बर्बाद करने और राज्य के विकास को बाधित करने का ‘संयुक्त एजेंडा’ है।
वहीं, कांग्रेस विधायक वी डी सतीशन ने मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार का नोटिस दिया है।
उल्लेखनीय है कि सत्तारूढ़ वाम और विपक्षी पार्टियों के बीच गत दो दिनों से केरल इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट फंड बोर्ड (केआईआईएफबी) पर कैग के मसौदा रिपोर्ट को लेकर जुबानी जंग चल रही है जिसमें कथित तौर पर कहा गया है इसके जरिये ‘असंवैधानिक’ तरीके से ऋण जुटाया जा रहा है।
इसाक ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘वह आरएसएस नेता राम माधव थे जिनके इशारे पर स्वदेशी जागरण मंच के नेता ने केआईआईएफबी के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख किया। कांग्रेस नेता मैथ्यु कुझलनदन ने केआईआईएफबी के जरिये राज्य का विकास पटरी से उतारने का कदम उठाया।’’
उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक कदम है और राज्य के संवैधानिक प्राधिकारों को कमतर करने का प्रयास है।
इसाक ने कहा, ‘‘यह अचरज है कि कैसे हर गुजरते दिन के साथ कोई जनता के पास ऐसे तर्कों के साथ जाता है। भाजपा-कांग्रेस का संयुक्त एजेंडा केआईआईएफबी को बर्बाद करने और राज्य का विकास बाधित करना है।’’
मंत्री ने कहा कि सत्तारूढ़ एलडीएफ इस गठजोड़ को बेनकाब करने की राजनीतिक जिम्मेदारी को निभाएगा।
इस बीच, कांग्रेस विधायक सतीशन ने विधानसभा के पटल पर कैग का मसौदा रिपोर्ट पेश करने से पहले जानकारी सार्वजनिक करने का आरोप लगाते हुए मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
इसाक ने कांग्रेस नेता मैथ्यु कुझलनदन की भी आलोचना की है जो केआईआईएफबी के खिलाफ उच्च न्यायालय में दायर याचिका में स्वदेशी जागरण मंच के वकील हैं।
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