हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को एक नई नीति की घोषणा की, जिसके तहत मृत कर्मचारियों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाएगी या उन्हें उतनी राशि मिलेगी जितनी उस कर्मचारी को सेवानिवृत्ति की उम्र तक मिलती।
लोकसभा चुनाव से पहले यह कदम उठाया गया है।उन्होंने घोषणा की कि 48 वर्ष की आयु से पहले एक सरकारी कर्मचारी की मृत्यु हो जाने पर, उसका/उसकी आश्रित दोनों में से एक विकल्प चुन सकते हैं, पहला या तो वह सरकारी नौकरी कर लें या उतनी राशि लें जितनी उस कर्मचारी को सेवानिवृत्ति की आयु 58 वर्ष तक मिलती।
कश्मीर में पत्थरबाजी के भुगतभोगी रहे हैं खट्टर
हाल में शहीद हुए परिवार के घर वह गए थे। खट्टर खुद कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी के भुगतभोगी रहे हैं। उस समय बड़ी मुश्किल से वे अपनी जान बचा कर वहां से निकले थेष इस घटना का जिक्र करते हुए खट्टर ने गांव में मौजूद लोगों को भरोसा दिलाया कि अब जल्द ही कश्मीर में आतंक की समस्या का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका रास्ता निकालेंगे।