केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को दी सीधी चुनौती, बोले- "पूरा यूपी भाजपा का गढ़ है, मैनपुरी में भी हराएंगे"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 16, 2022 06:03 PM2022-11-16T18:03:45+5:302022-11-16T18:09:30+5:30
यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में रघुराज शाक्य के पर्चा दाखिल करने पर केशव प्रसाद मौर्य ने पूरे यूपी को भाजपा का गढ़ बताते हुए अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए उनकी पत्नी डिंपल यादव को चुनावी मात देने की बात कही।
लखनऊ: मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर भाजपा और सपा के बीच खासी रार मची हुई है। एक तरफ तो सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई सीट पर पैतृक सीट बताते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव पत्नी डिंपल यादव को लोकसभा पहुंचाने की कवायद में लगे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य की जीत के लिए हुंकार भर रहे सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पूरे यूपी को भाजपा का गढ़ बताते हुए डिंपल यादव को चुनावी मात देने की बात कही है।
ट्विटर पर खासे सक्रिय रहने वाले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा सुप्रीमो यादव को घेरने के लिए ट्वीट किया और कहा, "अखिलेश जी कहते हैं कि मैनपुरी हमारी परंपरागत सीट है, हमारा गढ़ है। अखिलेश यादव जी भूल गये कि अब पूरा प्रदेश बीजेपी का गढ़ है। हर गढ़ में हराया है, इसमें भी हरायेंगे।"
अखिलेश जी कहते हैं कि मैनपुरी हमारी परंपरागत सीट है, हमारा गढ़ है. अखिलेश यादव जी भूल गये कि अब पूरा प्रदेश बीजेपी का गढ़ है. हर गढ़ में हराया है, इसमें भी हरायेंगे. pic.twitter.com/lzg7sfhuVK
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) November 16, 2022
केशव मौर्य अक्सर ही सपा मुखिया अखिलेश यादव पर तीखे व्यंग्य बाणों से हमला करते रहते हैं। बीते सितंबर महीने में चित्रकूट दौरे पर गये केशव मौर्य ने पत्रकारों के बात करते हुए अखिलेश यादव की जमकर खिंचाई की थी और कहा था कि चुनावी हार से चित हो चुके अखिलेश यादव विधानसभा में भी सरकार का सामना नहीं करना चाहते हैं।
यही कारण है कि वो विधानसभा की कार्रवाई में हिस्सा न लेकर रोड पर घूमते रहते हैं। इसके साथ ही डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं अखिलेश जी से यही कहूंगा कि गंभीर बने, नहीं तो इन्हीं आदतों की जनता ने आपको हराकर पैदल कर दिया है।
जहां तक मैनपुरी उपचुनाव का सवाल है तो यह चुनाव सपा प्रमुख की पत्नी डिंपल यादव के लिए आसान नहीं रहने वाला है। भले ही अखिलेश यादव इसे सपा की परंपरागत सीट मान रहे हैं लेकिन भाजपा ने रघुराज शाक्य को टिकट देकर यह चुनाव फंसा दिया है। इसका मुख्य कारण है रघुराज शाक्य का राजनैतिक करियर क्योंकि उन्होंने राजनीति का पाठ दिवंगत मुलायम सिंह से ही पढ़ना सिखा और वो शिवपाल यादव के बेहद नजदीकी बताये जात हैं।
भाजपा में आने से पहले रघुराज सिंह शाक्य समाजवादी पार्टी के टिकट पर दो बार संसद के सदस्य और एक बार विधायक रह चुके हैं। मुलायम सिंह यादव रघुराज शाक्य को बेहद स्नेह देते थे, इस कारण मैनपुरी की जनता के सामने एक बारिक सा भ्रम जरूर है और उस भ्रम को शाक्य ने आज उस समय और भी गहरा बना दिया, जब वो उपचुनाव में नामांकन दाखिल करने से पहले सैफई स्थित मेला ग्राउंड गये और मुलायम सिंह यादव की समाधि पर मत्था टेका।