तिरुवनंतपुरम, 09 अगस्तः केरल में भारी बारिश के बाद आमजन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वहीं, हालात पर काबू पाने के सूबे के मुख्यमंत्री ने सेना और एनडीआरएफ से मदद के लिए गुहार लगाई है, जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन की कामन संभाली है और जलजवाम में फंसे लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा रहा है। इधर, कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (सीआईएएल) ने पेरियार नदी में बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए हवाईअड्डा क्षेत्र के जलमग्न होने की आशंका के तहत यहां विमानों का उतरना रोक दिया है।
बता दें, पिछले कई दिनों से केरल के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हो रही है जिससे राज्य के जलाशयों में अधिक मात्रा में पानी जमा हो रहा है। भारी बारिश के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि हमने सेना, नेवी, कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ मदद मांगी है, जिसके बाद एनडीआरएफ की 3 टीमें पहुंच गई हैं, 2 टीमें जल्दी ही पहुंच जाएगी और एनडीआरएफ की 6 अतिरिक्त टीमें संपर्क में हैं। वहीं, नेहरु ट्रॉफी बोट रेस को फिलहाल निरस्त कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसाप, केरल के अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार तड़के भारी बारिश और भूस्खलन की घटना में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई। इडुक्की में भूस्खलन में 10 लोगों, मलप्पुरम में पांच, कन्नूर में दो और वायनाड जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। वायनाड, पलक्कड ओर कोझिकोड जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इडुक्की के अडीमाली शहर में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मलबे से दो लोगों को जिंदा बाहर निकाला।
इदामालयर बांध से गुरुवार सुबह करीब 600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे जल स्तर 169.95 मीटर पर पहुंच गया। इडुक्की बांध में गुरुवार सुबह आठ बजे तक जल स्तर 2,398 फीट था जो जलाशय के पूर्ण स्तर के मुकाबले 50 फीट अधिक था। प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
कोझिकोड और वायनाड जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल कोझिकोड पहुंच गया है। केंद्र से उत्तर केरल के लिए दो टीमें भेजने के लिए कहा गया है। बारिश के कारण इडुक्की, कोल्लम और कुछ अन्य जिलों में शैक्षिक संस्थानों में आज छुट्टी घोषित की गई है।(भाषा इनपुट के साथ)