तिरुवनंतपुरम, 19 अगस्तःकेरल में बाढ़ की वजह से हालात बद से बदतर होते चले जा रहे हैं। आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। शहरों से गांवों का संपर्क टूटा है, जिसकी वजह से लोगों के पास खाने तक की सामग्री खत्म हो रही है। हालात पर काबू पाने के लिए सेना से लेकर एनडीआरएफ की टीमें मोर्चा संभाले हुए हैं। निचले इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित जगह पर लाया जा रहा है।
वहीं, बिगड़ते हालात का जायजा लेने शनिवार को प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी सूबे का दौरा करने गए थे। उन्होंने मुख्यमंत्री पीनाराई विजयन से मुलाकात के बाद तत्काल प्रभाव से 500 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद करने की घोषणा की। इसके अलावा राहत एवं पुनर्वास के लिए सभी संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, अनबोधू कोच्चि के सदस्य गिरीश एस का कहना है कि उन्होंने 16 अगस्त को हेल्पलाइन शुरू की है और उनके पास तीन रेस्क्यू नंबर हैं, जिनके जरिए वह पीड़ितों की समस्याएं लेते हैं। वहीं, एक अन्य सदस्य का कहना है कि वह जिला कलेक्टर की टीम के साथ जुड़े हुए हैं ताकि पीड़ितों की समस्याओं को संबंधित विभागों को भेजा जा सके।
वहीं, इधर प्रदेश के मुख्यमंत्री पीनारा विजयन लोगों से अपील कर चुके हैं कि अगर वह केरल राज्य के लोगों के लिए सहायता करना चाहते हैं तो कर सकते हैं। उसके लिए उन्होंने सीएमडीआरएफ अकाउंट की डिटेल साझा की। इस डिटेल में एक आधिकारिक वेबसाइट का लिंक https://donation.cmdrf.kerala.gov.in/ दिया गया है, जिस पर क्लिक कर लोग बाढ़ पीड़ितों की मदद कर सकते हैं।
आपको बता दें, केरल में सरकारी आंकड़े के मुताबिक अब तक इस आपदा में 357 लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग प्रभावित हैं। इस बीच राज्य में ऑक्सीजन की कमी और ईंधन स्टेशनों में ईंधन नहीं होने के कारण संकट और गहरा हो गया। केरल के मुख्यमंत्री का कहना है कि शुरुआती अनुमान के मुताबिक बाढ़ से करीब 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने देशभर से आर्थिक मदद की गुहार लगाई थी। इसके बाद कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केरल को तत्काल मदद का ऐलान किया है।
राज्य में बारिश के प्रकोप के चलते करीब 3.53 लाख लोग बेघर हो गए हैं जो 3,026 राहत शिविरों में रह रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि 40,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फसलें बर्बाद हो गई हैं। उन्होंने बताया कि 1,000 से ज्यादा घर पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं और करीब 26,000 घर आंशिक तौर पर बर्बाद हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि 134 पुल और 16,000 किलोमीटर सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिससे कुल 21,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कोच्चि में कल हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में राज्य में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये और बुरी तरह घायल लोगों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की थी।