केरल: कैथोलिक पादरी ने ली भाजपा की सदस्यता, चर्च ने पादरी के पद से हटाया
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 3, 2023 12:21 PM2023-10-03T12:21:44+5:302023-10-03T12:27:11+5:30
केरल के इडुक्की में कैथोलिक पादरी कुरियाकोस मट्टम को चर्च ने इसलिए सेवामुक्त कर दिया क्योंकि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी।
इडुक्की: केरल के इडुक्की स्थित सिरो-मालाबार चर्च के तहत एक कैथोलिक पादरी ने बीते सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली और उसके कुछ ही घंटों बाद चर्च ने उसे पादरी पद की सेवाओं से मुक्त कर दिया।
खबरों के मुताबिक फादर कुरियाकोस मट्टम ने सोमवार की सुबह में भाजपा के इडुक्की जिला अध्यक्ष केएस अजी की मौजूदगी में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की थी। उसके कुछ ही घंटों बाद इडुक्की सूबा ने उनके खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें चर्च के कर्तव्यों से मुक्त करते हुए पादरी से ओहदे से हटा दिया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार इस संबंध में इडुक्की डायोसीज़ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "फादर मट्टम को आदिमाली के पास मनकुवा सेंट थॉमस चर्च में उनके द्वारा निभाये जा रहे पादरी की सेवाओं से मुक्त कर दिया गया है। उनका मनकुवा चर्च से अब कोई संबंध नहीं है। हालांकि उनका निलंबन अस्थायी है।"
चर्च के एक प्रवक्ता ने बताया कि फादर मट्टम के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि कैथलिक कानून के तहत चर्च का कोई पादरी किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो सकता या राजनीतिक दल के साथ सक्रिय भागीदारी नहीं निभा सकता है। चर्च के एक सूत्र ने कहा कि हालांकि 74 साल के पादरी मट्टम कुछ महीनों में सेवानिवृत्त हो रहे थे।
जानकारी के अनुसार फादर मट्टम ने उस समय भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया, जब कैथोलिक चर्च मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर भाजपा की लगातार आलोचना कर रहे हैं।
कैथोलिक चर्च ने कहा कि मणिपुर की मौजूदा स्थिति को देखते हुए हम लगातार भाजपा की आलोचना कर रहे हैं। ऐसे में पार्टी पर हमला कर रहा था। एक फेसबुक पोस्ट में अजी ने पुजारी की तस्वीरें साझा कीं और कहा कि फादर मट्टम देश में मौजूदा स्थिति को देखने के बाद भाजपा में शामिल हो गए हैं।
एक वीडियो में पुजारी ने कहा कि उन्हें भाजपा में शामिल न होने का कोई कारण नहीं मिल रहा है।
फादर मट्टम ने कहा, "मैं समसामयिक मुद्दों पर नजर रखता हूं। मुझे बीजेपी में शामिल न होने का कोई कारण नहीं दिखता। मेरी कई भाजपा कार्यकर्ताओं से दोस्ती है। आज मुझे सदस्यता मिली। मैंने अखबारों में पढ़ा है और देश में बीजेपी के बारे में समझ रखता हूं।"