केरल: राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालयों का चांसलर बनने का न्यौता दिया, कहा- उन पर नियमों को तोड़ने का दबाव बनाया जा रहा
By विशाल कुमार | Updated: December 11, 2021 15:33 IST2021-12-11T15:30:55+5:302021-12-11T15:33:14+5:30
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री पिनारई विजयन को पत्र लिखकर कहा है कि इसके बाद मुख्यमंत्री राज्यपाल पर निर्भर हुए बिना अपने राजनीतिक उद्देश्यों को आगे बढ़ा सकते हैं।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान. (फाइल फोटो)
तिरुवनंतपुरम: नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए काम करने का दबाव बनाए जाने का आरोप लगाते हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री पिनारई विजयन को पत्र लिखकर कहा है कि वह विश्वविद्यालयों के चांसलर पद से हट रहे हैं और विजयन चाहें तो चांसलर बन जाएं.
बीते 8 नवंबर को लिखे गए पत्र को अब जारी करते हुए खान ने मुख्यमंत्री से इस संबंध में संबंधित अधिनियम में संशोधन करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इसके बाद मुख्यमंत्री राज्यपाल पर निर्भर हुए बिना अपने राजनीतिक उद्देश्यों को आगे बढ़ा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एक बार जब विश्वविद्यालय सरकार के सीधे नियंत्रण में आ जाएंगे, तो किसी के लिए भी राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप लगाने की कोई गुंजाइश नहीं रह जाएगी।
खान ने कहा कि चांसलर के रूप में उनके लिए विश्वविद्यालयों को लगातार राजनीतिक हस्तक्षेप और उनकी स्वायत्तता के क्षरण से बचाना असंभव हो गया है।
उन्होंने आगे कहा कि चांसलर के रूप में अपने पिछले ढाई वर्षों के दौरान उन्होंने स्थिति को निराशा के साथ देखा। लेकिन हाल के घटनाक्रम और जिस तरह से मुझ पर नियमों और प्रक्रियाओं के उल्लंघन में काम करने के लिए दबाव डाला जाता है, उसने मुझे बहुत दुखी किया है।
उन्होंने ऐसे कई घटनाओं का जिक्र किया जिसमें कुन्नूर विश्वविद्यालय के कुलपति गोपीनाथ रविंद्रन की पुनर्नियुक्ति, श्री नारायणगुरु मुक्त विद्यालय के कुलपति के वेतन का भुगतान नहीं और विश्वविद्यालय खुलने के एक साल तक फैकल्टी की नियुक्ति मंजूरी नहीं देना शामिल है।