केजरीवाल सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने दिया इस्तीफ़ा, कपिल मिश्रा ने कहा, "गुजरात की जनता ने ऐसा सबक सिखाया कि हटाना पड़ा, हिंदू विरोधी सोच की हार है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 9, 2022 05:39 PM2022-10-09T17:39:25+5:302022-10-09T18:14:01+5:30
केजरीवाल सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मंत्री राजेंद्र पाल गौतम कथित तौर पर एक ऐसा कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जिसमें हिंदू देवताओं के बहिष्कार की शपथ ली गई थी।
दिल्ली: हिंदू धर्म विरोधी कार्यक्रम में शिरकत करने वाले अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मंत्री राजेंद्र पाल गौतम कथित तौर पर एक ऐसा कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जिसमें हिंदू देवताओं के बहिष्कार की शपथ ली गई थी। इसके बाद से भाजपा केजरीवाल सरकार पर हमलावर थी और उन्हें हिंदू विरोधी बता रही थी।
मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के इस्तीफे के बाद दिल्ली भाजपा के नेता और किसी जमाने में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी रहे कपिल मिश्रा ने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि यह हिंदू धर्म की जीत और केजरीवाल की हार है। कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा, "हिंदू द्रोही, राम द्रोही राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफ़ा। कल केजरीवाल को गुजरात की जनता ने ऐसा सबक़ सिखाया कि राजेंद्र पाल गौतम को हटाना पड़ा। ये गुजरात की जीत है, ये हिंदुओं की जीत है। केजरीवाल और उनकी हिंदू विरोधी सोच की हार है।"
हिंदू द्रोही , राम द्रोही राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफ़ा
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) October 9, 2022
कल केजरीवाल को गुजरात की जनता ने ऐसा सबक़ सिखाया कि राजेंद्र पाल गौतम को हटाना पड़ा
ये गुजरात की जीत है
ये हिंदुओं की जीत है
केजरीवाल और उनकी हिंदू विरोधी सोच की हार है
मालूम हो कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने बीते 7 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें उस समय बढ़ा दी थी, जब उन्होंने एक ऐसे कार्यक्रम में शिरकत किया, जिसमें मौजूद लोग हिंदू धर्म के बहिष्कार की शपथ ले रहे थे। सीएम अरविंद केजरवील के लिए यह मामला इसलिए गले की फांस बन गया क्योंकि वो स्वयं अक्सर कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में मत्था टेकते हुए दिखाई देते थे।
मामले में दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा था, "यह दंगा कराने की कोशिश है। यह अरविंद केजरीवाल का क्रूर चेहरा है और अगर ऐसा नहीं है तो वे अपने मंत्री को 24 घंटे में निलंबित करें। अगर वे ऐसा नहीं करते तो यह उनका ही बयान माना जाएगा। हम उनकी पुलिस में शिकायत करने जा रहे हैं।"