नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दिल्ली के लोगों को फिर भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार कोरोना वायरस से कई कदम आगे है और हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस बीच, दिल्ली में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1163 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या 18,000 के पार चली गई और अब तक इस घातक वायरस से मरने वालों की संख्या 416 तक पहुंच गई। मुख्यमंत्री ने यह भी दोहराया कि लॉकडाउन स्थायी नहीं हो सकता है और अब यदि मामले बढ़ते हैं भी, तो मौतों की संख्या कम से कम पर रखने पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं आपका मुख्यमंत्री हूं और आपको यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि आपकी सरकार कोरोना से चार कदम आगे चल रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं स्वीकार करता हूं कि मामले तेजी से बढ़े हैं। यह चिंता का विषय है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।’’ केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम कई इंतजाम कर रहे हैं जो आवश्यकता से कहीं अधिक हैं। हम इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।’’ स्वास्थ्य विभाग के ताजा बुलेटिन के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 18,549 मामले सामने आए थे, जबकि 416 मरीजों की मौत हो चुकी थी। केजरीवाल ने कहा कि पिछले 15 दिनों में इस संक्रामक रोग के 8,500 मामले आए हैं लेकिन अस्पतालों में केवल 500 मरीजों को भर्ती किया गया और ज्यादातर लोग घर पर इस बीमारी से उबर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनका जोर इस बात पर है कि कम से कम मरीजों की जान जाए तथा मरीजों के लिए अस्पतालों में पर्याप्त बेड हो। उन्होंने कहा,‘‘ उनके (मरीजों) के सामने ऑक्सीजन या जीवनरक्षक प्रणालियों के लिए जद्दोजेहद की नौबत नहीं आनी चाहिए। फिलहाल अस्पतालों में 2100 बिस्तर हैं। हमने पर्याप्त बिस्तरों की व्यवस्था की है तथा और बिस्तरों का इंतजाम किया जा रहा है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल कुल 6600 बिस्तर हैं और उनमें से 4500 बिस्तर अब भी खाली है तथा जून तक यह क्षमता 9500 तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘ हम कुछ होटल भी इस काम के लिए ले रहे हैं। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।’’ शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने दिल्ली सरकार के तीन और अस्पतालों को कोविड-19 समर्पित घोषित किया था, ये दीपचंद बंधु अस्पताल, सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल और जीटीबी अस्पताल हैं।
पांच और होटल निजी अस्पतालों से संबद्ध किये जायेंगे और वे मरीजों के उपचार के लिए अस्थायी सुविधाओं की भांति काम करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि सरकार अस्पतालों में बेड और जीवन रक्षक प्रणालियों की उपलब्धता के बारे में लोगों को सूचना देने के लिए एक ऐप भी बना रही है। अगले सप्ताह यह ऐप आएगा। सोशल मीडिया दिल्ली सरकार के अस्पतालों और अन्य कोविड-19 उपचार केंद्रों की दशा पर चल रहे फर्जी वीडियो का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें राजनीति को पीछे छोड़ना होगा। देश बुरे दौर से गुजर रहा है।’’