पूर्व मुख्यमंत्री महंत की परंपरागत सीट जीत की संभावना को ध्यान में रखते हुए भाजपा को दी गई:अगप

By भाषा | Updated: March 7, 2021 18:41 IST2021-03-07T18:41:49+5:302021-03-07T18:41:49+5:30

Keeping in mind the possibility of winning the traditional seat of former Chief Minister Mahant, given to BJP: AGP | पूर्व मुख्यमंत्री महंत की परंपरागत सीट जीत की संभावना को ध्यान में रखते हुए भाजपा को दी गई:अगप

पूर्व मुख्यमंत्री महंत की परंपरागत सीट जीत की संभावना को ध्यान में रखते हुए भाजपा को दी गई:अगप

गुवाहाटी, सात मार्च असम में भाजपा नीत सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल असम गण परिषद (अगप) ने रविवार को कहा कि इस बार बरहामपुर सीट वहां से जीत की संभावना को ध्यान में रखते हुए भगवा पार्टी को दी गई है।

गौरतलब है कि नगांव जिला स्थित बरहामपुर विधानसभा क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत की परंपरागत सीट रही है। वह 1991 से लगातार छह बार इस सीट से निर्वाचित हुए हैं। अब यह सीट भाजपा के पास चली गई है, जिसने जीतू गोस्वामी को यहां से विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया है।

अगप प्रमुख अतुल बोरा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘बरहामपुर सीट भाजपा को देने में कोई साजिश नहीं हुई है। हम किसी भी सीट पर जीत की संभावना पर विचार कर रहे हैं। हमें देखना होगा कि क्या राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) वह सीट जीतने जा रही है या नहीं। ’’

यह पूछे जाने पर कि क्या अगप संस्थापक महंत की इस बार बरहामपुर सीट से जीतने की संभावना नहीं है, बोरा ने कहा, ‘‘चर्चा करने के बाद ही फैसला लिया गया है। ’’

अगप प्रमुख ने यह बताने से भी इनकार कर दिया कि भाजपा को यह सीट देने से पहले क्या महंत को विश्वास में लिया गया था।

यह पूछे जाने पर कि क्या संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का महंत द्वारा खुला विरोध किया जाना ही उन्हें यह सीट नहीं मिलने की वजह है, तो बोरा ने कहा , ‘‘यह कोई कारण नहीं था। उनका स्वास्थ्य भी एक मुद्दा है। ’’

बरहामपुर सीट भाजपा को दिए जाने की घोषणा के बाद महंत के समर्थकों ने प्रदर्शन किया और ‘अगप-प्रोग्रेसिव’ को पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया ने गति पकड़ ली। यह अगप से टूट कर अलग हुआ एक गुट है।

सूत्रों ने बताया कि महंत ने विपक्षी महागठबंधन में शामिल होने को लेकर गुवाहाटी में कांग्रेस नेतृत्व के साथ चर्चा की है।

बरहामपुर सीट के अलावा लखीमपुर सीट और कमलपुर सीट भी भाजपा को दे दी गई है। लखीमपुर से महंत के विश्वासपात्र उत्पल दत्त विधायक हैं, जबकि कमलपुर से अगप के सत्यव्रत कलिता विधायक हैं।

भगवा पार्टी ने पांच मार्च को 70 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी।

राज्य की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में चुनाव हो रहे हैं। मतदान 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को होंगे।

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