श्रद्धालुओं के लिए खुले केदारनाथ के कपाट, राज्यपाल केके पाल रहे मौजूद
By भाषा | Updated: April 29, 2018 13:25 IST2018-04-29T13:25:45+5:302018-04-29T13:25:45+5:30
राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष जैसे गणमान्य व्यक्तियों, प्रशासनिक अधिकारियों तथा मंदिर समिति के अधिकारियों की मौजूदगी में विधिवत पूजा अर्चना के बाद मंदिर के रावल भीमाशंकर लिंग ने सुबह सवा छह बजे मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले ।

श्रद्धालुओं के लिए खुले केदारनाथ के कपाट, राज्यपाल केके पाल रहे मौजूद
केदारनाथ, 29 अप्रैल: उत्तराखंड में उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट छह माह के शीतकालीन अवकाश के बाद रविवार को श्रद्धालुओं के लिए दोबारा खोल दिए गए। बाबा केदार के कपाट खुलते समय ठंड के बावजूद हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पाल और अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भगवान शिव का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की प्रथम पंक्ति में शामिल रहे ।
राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष जैसे गणमान्य व्यक्तियों, प्रशासनिक अधिकारियों तथा मंदिर समिति के अधिकारियों की मौजूदगी में विधिवत पूजा अर्चना के बाद मंदिर के रावल भीमाशंकर लिंग ने सुबह सवा छह बजे मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले ।
इससे पहले, फूलों से सजी पालकी में बाबा केदार की प्रतिमा उनके शीतकालीन प्रवास स्थल उखीमठ के ओंकारेश्रर मंदिर से केदारनाथ लायी गयी और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की गयी। केदारनाथ मंदिर के खुलने के मौके पर पिछले साल की भांति इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की संभावना व्यक्त की जा रही थी । हालांकि, माना जा रहा है कि केदारनाथ पुनर्निर्माण और विकास कार्यों का लगातार जायजा ले रहे प्रधानमंत्री मोदी आने वाले दिनों में केदारनाथ आ सकते हैं ।
कल बदरीनाथ मंदिर के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे जबकि गढ़वाल हिमालय के चारधामों के रूप में मशहूर अन्य दो धामों-- गंगोत्री और यमुनोत्री-- के कपाट पहले ही खुल चुके हैं । चारों धामों के कपाट खुल जाने के बाद चारधाम यात्रा की रौनक और बढ़ने की उम्मीद है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित चारों धामों के सर्दियों में भारी ठंड और बर्फवारी की चपेट में रहने के कारण उन्हें श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया जाता है तथा अगले साल अप्रैल-मई में दोबारा खोल दिया जाता है ।