चेन्नई, 8 अगस्त: डीएमके प्रमुख करुणानिधि के अंतिम दर्शन के दौरान राजाजी हॉल के बाहर भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में दो लोगों कि मौत हो गई है। वहीं 33 लोग घायल बताए जा रहे हैं। समर्थकों के बीच मची इस भगदड़ के बाद करुणानिधि के शव को हॉल के अंदर ले जाया गया। इससे पहले राजाजी हॉल के बाहर जमा भीड़ को संबोधित करते हुए करुणानिधि के बेटे एमके स्टालिन ने शांति की अपील की थी। उन्होंने कहा 'मैं चाहता हूं कि किसी भी तरह की हिंसा ना हो।' उन्होंने आगे कहा कि मरीना बीच पर जमीन देने से मना कर के सरकार माहौल को बिगाड़ना चाहती है।
उन्होंने कहा 'मैं सभी कार्यकर्ताओं से प्रार्थना करता हूं कि शांति बनाए रखें। मैं यह सब अपने लिए नहीं कह रहा हूं, मैं यह कलाइग्नर के लिए कह रहा हूं। उनके वास्ते शांति बनाए रखें।'बता दें कि अंतिम दर्शन के दौरान समथकों ने राजाजी हॉल की दीवार फांदने की भी कोशिश की। जिसके बाद हॉल का मुख्यद्वार बंद कर दिया गया। समर्थकों की भारी भीड़ वहां उमड़ गई है। वहीं कुछ डीएमके समर्थकों ने करुणानिधि के निधन पर सिर मुंडाने शुरू किए।
गौरतलब है कि कलाइग्नर के नाम से मशहूर द्रविड़ मुनेत्र कड़गम प्रमुख एम करुणानिधि के मंगलवार की शाम कावेरी अस्पताल में 94 साल की उम्र में निधन हो गया। चेन्नई के राजाजी हॉल में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। बुधवार को उनका अंतिम संस्कार होना है। लेकिन अंतिम संस्कार के लिए जगह को लेकर मामला कोर्ट पहुंचा। तमिलनाडु सरकार करुणानिधि की समाधि मरीना बीच पर बनाने का विरोध कर रही है, जबकि डीएमके मरीना बीच को लेकर अड़ा रहा। अंत में कोर्ट ने डीएमके के पक्ष में फैसला सुनाया। शाम चार बजे मरीना बीच पर उनकी अंत्येष्टि की जाएगी। फिलहाल एक-एक कर के देश के दिग्गज राजनेता राजाजी हॉल पहुचं रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वहां पहुंचे हैं।
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