करतारपुर गलियारा: 9 नवंबर से सिख श्रद्धालुओं जाएंगे पाकिस्तान, हर दिन 10000 तीर्थयात्रियों को जाने की अनुमति
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 16, 2019 06:16 PM2019-09-16T18:16:09+5:302019-09-16T18:40:06+5:30
पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा तक जाने के लिए गुरदासपुर-अमृतसर रोड को अंतर्राष्ट्रीय सीमा से जोड़ने वाला चार-लेन का राजमार्ग सितंबर के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा।
करतारपुर गलियारा नौ नवंबर को भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिये खोल दिया जाएगा। यह जानकारी पाकिस्तानी अधिकारियों ने दी है।
करतारपुर कॉरिडोर के पाकिस्तान परियोजना निदेशक आतिफ मजीद ने बताया, शुरुआत में 5000 तीर्थयात्री भारत से आएंगे और बाद में हम प्रति दिन 10,000 तीर्थयात्रियों की अनुमति देंगे।
उन्होंने कहा कि आव्रजन के लिए कुल 152 काउंटर स्थापित किए जाएंगे। सीमा टर्मिनल प्वाइंट से 350 मीटर की दूरी पर होगा। हम हवाई अड्डे जैसी सुविधा प्रदान करेंगे।
Atif Majeed, Pakistan's Project Director, Kartarpur Corridor: Total 152 counters will be set up for immigration. The border terminal will be 350 meters from the zero point. We will provide airport-like facilities. https://t.co/Fh88vOKXLE
— ANI (@ANI) September 16, 2019
इससे पहले गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव गोविंद मोहन ने सोमवार को बताया कि 11 नवंबर से करतारपुर कॉरिडोर में लोगों की आवाजाही शुरू हो जाएगी।
बता दें कि गुरुनानक देव का 550वां जन्मदिन 12 नवंबर को है, यानि गुरुनानक देव के 550वें जन्मदिन से पहले ही करतारपुर कॉरिडोर शुरू होने जा रहा है।
गोविंद मोहन ने कहा 'गुरदासपुर-बटाला राजमार्ग से सीमा बिंदु तक 3.5 किमी का अतिरिक्त राजमार्ग बनाया जा रहा है, इसका 70% काम हो चुका है, इसे 31 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा 'दूसरा काम एक पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग (PTB) है जिसका काम चल रहा है। इस भवन में सिख श्रद्धालुओं के लिए आव्रजन और अन्य सुविधाएं होंगी।
बता दें कि श्रद्धालुओं के पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा तक जाने के लिए गुरदासपुर-अमृतसर रोड को अंतर्राष्ट्रीय सीमा से जोड़ने वाला चार-लेन का राजमार्ग सितंबर के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा।
आधिकारिक विज्ञप्ति में आज बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक राजमार्ग के निर्माण का काम तेज गति से चल रहा है और पूरी परियोजना का आधा काम पहले ही पूरा हो चुका है। 4.19 किलोमीटर लंबा राजमार्ग 120 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है।
भारत सरकार ने पिछले साल 22 नवंबर को करतारपुर साहिब गलियारा परियोजना को मंजूरी दी थी। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने 26 नवंबर को परियोजना की आधारशिला रखी थी। परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया इस साल 14 जनवरी को शुरू की गई और यह 21 मई को समाप्त हुई।
बयान में बताया गया है कि भारतीय सीमा की ओर पुल के ढांचे का निर्माण पूरा कर लिया गया है। खंभे लगाने का काम चल रहा है। अभी तक इस परियोजना से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तान की तकनीकी टीम के साथ तीन तकनीकी स्तर की वार्ता हो चुकी है।
वार्ता के दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों को यह भी बताया गया कि भारत अपनी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर रावी क्रीक (जल धारा) पर पुल बना रहा है और उसने पाकिस्तान से उनकी सीमा की ओर बूढ़ी रावी चैनल पर पुल बनाने का अनुरोध किया।